राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और एनसीआर में इस साल अब तक तापमान सामान्य से काफी नीचे रिकॉर्ड किया जा रहा था। इसकी वजह हम सभी जानते हैं कि उत्तर भारत में साल 2020 में प्री-मॉनसून वर्षा सामान्य से बहुत अधिक हुई है, जिसके कारण दिल्ली-एनसीआर में भी तापमान बढ़ने नहीं पाया। मार्च-अप्रैल या मई में जब भी तापमान में वृद्धि शुरू हुई, अचानक पश्चिमी विक्षोभ आए जिनके कारण पहाड़ों से लेकर मैदानी इलाकों तक बारिश हुई, मौसम बदल गया और तापमान में फिर गिरावट आई।
लंबे समय तक लू से राहत के बाद अब राजधानी दिल्ली में तापमान में वृद्धि शुरू हुई है। पिछले एक सप्ताह से दिल्ली-एनसीआर में बारिश नहीं हुई है जिसकी वजह से आसमान साफ और मौसम शुष्क बना हुआ है और तापमान बढ़ने लगा है। पिछले 24 घंटों के दौरान यानी 21 मई को दिल्ली-एनसीआर में सभी जगहों पर तापमान बढ़ते हुए सामान्य से ऊपर पहुंच गया।
सीज़न का सबसे गर्म दिन रहा 21 मई
दिल्ली के सफदरजंग में 21 मई को अधिकतम तापमान 42.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया जो सामान्य से 3 डिग्री अधिक है। इसी तरह पालम में 44.1 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज हुआ, जो सामान्य से 4 डिग्री ज्यादा है। स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार इस समय उत्तर भारत में जम्मू कश्मीर के करीब एक पश्चिमी विक्षोभ है लेकिन यह काफी कमजोर है जिससे इसका प्रभाव दिल्ली-एनसीआर पर नहीं दिखेगा। जाहिर है अगले 3 से 5 दिन तक राष्ट्रीय राजधानी में कोई मौसमी हलचल नहीं होगी।
आने वाले दिनों में आसमान इसी तरह से साफ और मौसम शुष्क बना रहेगा। उत्तर-पश्चिमी दिशा से और पश्चिमी दिशा से शुष्क तथा गर्म हवाएं लगातार चलती रहेंगी। यानी तापमान में क्रमशः बढ़ोतरी होती रहेगी। संभवतः अगले दो-तीन दिनों के अंदर दिल्ली में अधिकतम तापमान 45 डिग्री को पार कर जाएगा जिससे दिल्ली-एनसीआर में लोगों को प्रचंड लू का सामना करना पड़ेगा।
गुरुग्राम, फ़रीदाबाद, गाज़ियाबाद और नोएडा समेत आसपास के भागों में भी तापमान बढ़ने लगा है। इन शहरों में भी अगले एक सप्ताह तक मौसम साफ और शुष्क रहने की संभावना है।
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