दिल्ली और एनसीआर के लोगों को पिछले साल अक्टूबर से लेकर इस साल मार्च तक सुहावने मौसम का आनंद मिला। अक्टूबर में जहां दिल्ली में तापमान 30 से 32 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा वहीं नवंबर आते-आते इसमें गिरावट शुरू हुई और यह 25 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच गया। दिल्ली समेत उत्तर भारत में सबसे अधिक सर्दी पड़ती है दिसम्बर और जनवरी में, जब अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से नीचे बना रहता है।
फरवरी में अधिकतम तापमान बढ़ते हुए 25 डिग्री के आसपास पहुंच जाता है। मार्च महीने में बसंत ऋतु की शुरुआत से मौसम में बदलाव के लक्षण दिखाई देने लगते हैं और मार्च के आखिर में गर्मी भी दस्तक देने लगती है क्योंकि तापमान में व्यापक वृद्धि होती है। मार्च के आखिर में कई बार अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है।
लेकिन साल 2020 में हालात अलग रहे। मार्च के आखिर तक तापमान सामान्य से नीचे रिकॉर्ड किए गए और दिल्ली एनसीआर में लोगों को मार्च के बीतने तक सुहावने मौसम का आनंद मिलता रहा। मार्च महीने में सबसे ज्यादा तापमान 25 तारीख को रिकॉर्ड किया गया जब पारा 33.3 डिग्री दर्ज हुआ। मार्च के बाकी दिनों में इससे नीचे ही रहा अधिकतम तापमान।
साल 2020 में मार्च महीने में सामान्य से अधिक बार पश्चिमी विक्षोभ आए, सामान्य से ज्यादा बारिश हुई जिसके चलते तापमान नहीं बढ़ पाया।
6 अप्रैल रहा 2020 का सबसे गर्म दिन
अप्रैल की शुरुआत से हालात बिल्कुल बदल गए और पिछले 6 दिनों में शुष्क मौसम के कारण तापमान में लगातार वृद्धि हुई। लगभग 6 महीनों के बाद 6 अप्रैल को 35.8 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान रिकॉर्ड किया गया। इससे पहले 25 सितंबर, 2019 को अधिकतम तापमान 35.1 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था।
अप्रैल में तापमान में वृद्धि का जो क्रम शुरू हुआ है उसमें आज ब्रेक लगेगी क्योंकि आज दिल्ली-एनसीआर में बादल रहेंगे। कुछ स्थानों पर हवाओं और बादलों की गर्जना के साथ वर्षा होने की संभावना है। कल से फिर मौसम साफ हो जाएगा और आने वाले कुछ दिनों तक साफ और शुष्क मौसम के कारण तापमान में फिर से बढ़ोत्तरी देखने को मिलेगी।
Image credit: The Lalit
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