दिल्ली में मॉनसून बीते लंबे समय ना तो जमकर बरस रहा है और ना ही पूरी तरह से हालात सूखे जैसे हैं। मॉनसून की अक्षीय रेखा दिल्ली से दूर दक्षिण में। राजस्थान और मध्य प्रदेश से गुज़र रही मॉनसून ट्रफ और उत्तर प्रदेश पर बने चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र के चलते दिल्ली में आर्द्र पूर्वी और दक्षिण-पूर्वी हवाओं का प्रवाह लगातार बना हुआ है। दिल्ली में अचानक घने बादल विकसित हो रहे हैं और रुक-रुक कर वर्षा देखने को मिल रही है। राजधानी दिल्ली में अगले 24 घंटों तक मौसम ऐसा ही बना रहेगा।
दिल्ली और इससे सटे शहरों विशेषकर नोएडा, गाज़ियाबाद, फ़रीदाबाद और गुरुग्राम में अगले 24 घंटों के दौरान आंशिक तौर पर बादल छाए रहेंगे। बीच-बीच में बादलों का प्रभाव बढ़ेगा और कहीं-कहीं हल्की मॉनसूनी बौछारों का झोंका कुछ समय के लिए देखने को मिल सकता है। सोमवार को भी कहीं-कहीं हल्की वर्षा दर्ज की गई है। आगामी 24 घंटों के बाद बारिश की गतिविधियां कम हो जाएंगी।
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दिल्ली में 30 अगस्त को आसमान मुख्यतः साफ रहेगा। धूप तेज़ हो सकती है शुष्क मौसम भी शुष्क बना रहेगा। हालांकि एक-दो स्थानों पर गरज वाले बादल विकसित होने और कहीं-कहीं हल्की वर्षा होने की संभावना से इंकार भी नहीं किया जा सकता। 31 अगस्त से फिर से मौसम के करवट लेने की संभावना है। स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार मॉनसून की अक्षीय रेखा 31 अगस्त को वापस उत्तर में आएगी और हरियाणा से दिल्ली को पार करते हुए हिमालय के तराई क्षेत्रों में पहुंचेगी। दिल्ली और आसपास के भागों में गरज और वर्षा वाले बादलों की ताज़ा स्थिति जानने के लिए नीचे दिए गए मैप पर क्लिक करें।
मौसमी सिस्टम में इस बदलाव के चलते दिल्ली सहित इसके आसपास के शहरों में 31 अगस्त की शाम से मॉनसूनी बारिश में वृद्धि होने के आसार हैं। दिल्ली-एनसीआर में 31 अगस्त से शुरू होने वाला बारिश का आगामी दौर 2 सितंबर तक जारी रह सकता है। इस दौरान अच्छी मॉनसून वर्षा होने का अनुमान है।
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