दिल्ली वालों को बारिश का लंबे वक़्त से इंतजार था। आख़िरकार तवील मुद्दत के बाद इंतजार की घड़ियां ख़त्म हुयीं और दिल्ली में शानदार बारिश हुयी जिससे सप्ताहांत पर मौसम खुशगवार हो गया। भीने-भीने मौसम का आनंद लेने के लिए दिल्ली और एनसीआर के लोग अपने घरों से बाहर निकले और सुहाने मौसम का लुत्फ़ उठाया।
दिल्ली और एनसीआर के इलाकों में जुलाई महीने में मुख्तलिफ जगहों पर बारिश तो हुयी है, लेकिन इनका पैटर्न काफी अलग रहा है। एक ही समय में शहर के विभिन्न स्थानों पर दर्ज बारिश की मात्रा में काफी अंतर देखने को मिला।
ऐसा पिछले दो मौकों पर देखने को मिला। सबसे पहले 20 जुलाई को, जब सफदरजंग मौसम विज्ञान केंद्र में 24.2 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई, जबकि उसी दौरान पालम में जरा भी वर्षा रिकॉर्ड नहीं हुयी।
[yuzo_related]
कुछ इसी तर्ज पर, पिछले 24 घंटों के दौरान, दिल्ली के पालम मौसम विज्ञान केंद्र में 70 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि इस बीच, सफदरजंग में केवल 18 मिमी बारिश ही दर्ज हुयी।
हालांकि इसके बावजूद, दिल्ली अपने मासिक औसत को पार करने में सक्षम है, जो सफदरजंग मौसम विज्ञान केंद्र के लिए 187.3 मिमी और पालम के लिए 174.4 मिमी है।
बारिश का एक फायदा यह देखने को मिला की तापमान में फौरी तौर पर गिरावट आयी और अधिकतम तापमान, जो तीन दिन पहले 37 डिग्री सेल्सियस के लगभग था, वो गिरकर 35 डिग्री से नीचे पहुंच गया। हालांकि दक्षिण पूर्वी हवाओं के प्रवाह के कारण नमी बरक़रार है जिससे लोगों को उमस के चलते परेशानी हुयी।
स्काईमेट वेदर के मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक ऐसी उम्मीद है कि शहर में कुछ और दिनों तक बारिश जारी रहेगी। स्काईमेट वेदर के अनुसार, उत्तर-पश्चिम मध्य प्रदेश और उससे सटे राजस्थान के इलाकों में चक्रवाती हवाओं की मौजूदगी देखी जा सकती है। ये वेदर सिस्टम उत्तर की तरफ दिल्ली और एनसीआर के इलाकों की तरफ परिवर्तित हो सकता है।
इसके अलावा मानसून की अक्षीय रेखा जो दिल्ली के दक्षिण से होकर गुजर रही है, दिल्ली की तरफ परिवर्तित हो जाएगी। इसलिए, इन दोनों मौसम प्रणालियों की मौजूदगी से राष्ट्रीय राजधानी और इसके आसपास के इलाकों में और बारिश होगी। कल और परसों इस वजह से बारिश की संभावना ज्यादा है, जबकि आज ऐसा होने की उम्मीद कम है। हालांकि इन इलाकों के ऊपर से गुजर रहे बादलों से वर्षा की उम्मीद की जा सकती है। इस दौरान मौसम आरामदायक बना रहेगा।
इमेज क्रेडिट: NDTV
कृपया ध्यान दें: स्काइमेट की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी सूचना या लेख को प्रसारित या प्रकाशित करने पर साभार: skymetweather.com अवश्य लिखें।