अनुमान के मुताबिक दिल्ली और उससे सटे इलाके जैसे नोएडा , गुरुग्राम, फरीदाबाद सहित ग़ाज़ियाबाद में सोमवार को सुबह 8:30 बजे से पिछले 24 घंटों में तेज हवाओं और बिजली की गड़गड़ाहट के साथ इन जगहों पर तेज बारिश और गरज भी देखने को मिलीं।
दिल्ली और इससे सटे इलाके में हो रहे बारिश की गतिविधियों के दौरान दिल्ली की रिज वेधशाला में 5.2 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गयी, जबकि सफदरगंज में 2.4 मिमी,आया नगर में 1.4 मिमी और पालम में 0.6 मिमी बारिश रिकॉर्ड हुई।
स्काईमेट के अनुसार ,आज यानि मंगलवार को भी मौसम पिछले दिनों जैसा ही बना रहेगा। आज भी दिल्ली और एनसीआर के भागों में दोपहर और शाम के समय गरज के साथ रुक-रुक कर बारिश होने की संभावना है.
ज्यादा संभावना है की एनसीआर के कुछ हिस्सों में 27 फरवरी को भी बारिश हो सकती है. 27 फरवरी के बाद दिल्ली समेत इससे आसपास के इलाकों में धीरे - धीरे मौसम शुष्क (साफ़) होने लगेगा।
स्काईमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, दिल्ली - एनसीआर में बारिश की गतिविधियों की वजह उत्तर-पश्चिमी राजस्थान पर प्रेरित चक्रवाती परिसंचरण और इस मौसम प्रणाली से दक्षिण पश्चिम उत्तर प्रदेश तक फैली ट्रफ मानी जा रही है।
चूँकि दक्षिणी दिल्ली के ऊपर एक ट्रफ चल रही है ,जिसकी वजह से दिल्ली और इसके आस-पास के क्षेत्रों में उत्तर-पश्चिमी हवाएँ देखने को मिल रही है. दोपहर तक यह ट्रफ दक्षिणी दिल्ली से दिल्ली की ओर बढ़ेगा और उस दौरान ही बर्षा शुरू हो जाएगी। कन्वेक्टिव क्लाउड बनने की बजह से राजधानी दिल्ली के कुछ हिस्सों में हल्की ओलावृष्टि भी देखने को मिल सकती है।
मौसम में इस बदलाव का असर प्रदूषण पर भी दिखेगा। वैसे दिल्ली एनसीआर में इस समय प्रदुषण का स्तर संतोषजनक स्थिति है। स्काईमेट उम्मीद करता है कि प्रदूषण का यह स्तर अगले दो से तीन दिनों तक ऐसा ही बना रहेगा। मौसम साफ़ होने के साथ ही हवाओं का रुख भी तेज हो जायेगा जिससे शहर में प्रदूषण नहीं बढ़ने की उम्मीद है.
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