स्काइमेट ने अपने पूर्वानुमान में बताया था कि दिल्ली में इस सप्ताह विशेष बारिश की संभावना नहीं है। लेकिन यह भी कहा था कि राजधानी में पूर्वी और दक्षिण पूर्वी आर्द्र हवाओं का प्रवाह लगातार बना रहेगा जिसके चलते अचानक और कुछ स्थानों पर गरज वाले बादल बनने और हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना से इंकार भी नहीं किया जा सकता है। इसके अलावा मॉनसून की अक्षीय रेखा जैसे ही दिल्ली के करीब आएगी बारिश की गतिविधियां देखने को मिलेंगी।
इसी के अनुरूप मंगलवार को दिन चढ़ने के साथ जैसे-जैसे तापमान में वृद्धि हुई हवा में मौजूद नमी ने बादलों का रूप लेना शुरू कर दिया। राष्ट्रीय राजधानी में मंगलवार की सुबह 10 बजे कुछ स्थानों पर अचानक हुई बारिश ने लोगों को चौंका दिया। मध्य दिल्ली विशेषकर संसद भवन, कनॉट प्लेस सहित आसपास के भागों में लगभग 30 से 40 मिनट के दौरान अच्छी बारिश दर्ज की गई। नरेला में 6 मिमी, पालम में 5.2 मिमी और आयानगर में 3.8 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई।
इसके अलावा कुछ समय पश्चात नोएडा से सटे पूर्वी दिल्ली के भागों, उत्तरी दिल्ली, फरीदाबाद और गुरुग्राम में भी बारिश दर्ज की गई। नोएडा में रात के समय वर्षा दर्ज की गई। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में आर्द्र पूर्वी हवाओं के चलते गर्मी और उमस के प्रकोप जारी था, जिसमें बारिश वाले क्षेत्रों में क्षणिक राहत मिली।
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स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार गुजरात और मध्य प्रदेश होकर गुज़र रही मॉनसून की अक्षीय रेखा उत्तर की तरफ बढ़ी है। साथ ही पूर्वी और दक्षिण पूर्वी आर्द्र हवाएँ भी चल रहीं हैं जिसके चलते मौसम में यह बदलाव दिखाई दिया। मॉनसून की अक्षीय रेखा फिलहाल हरियाणा से मध्य प्रदेश होते हुए बंगाल की खाड़ी में बनी रहेगी। दिल्ली-एनसीआर में गरज और वर्षा वाले स्थानों की ताज़ा स्थिति जानने के लिए नीचे दिए गए चित्र पर क्लिक करें।
दिल्ली के दक्षिण में बनी मॉनसून ट्रफ के चलते अगले 24 से 48 घंटों के दौरान राजधानी के साथ-साथ गुरुग्राम, फ़रीदाबाद, नोएडा और गाजियाबाद में बारिश की गतिविधियां कुछ स्थानों पर जारी रह सकती हैं। इस दौरान उमस और तापमान भी अधिक रहेगा जिससे दोपहर के समय गर्मी परेशान करेगी।
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