[Hindi] दिल्ली-एनसीआर को फिर तरसाएगा मॉनसून, तेज़ गर्मी से होगा बुरा हाल

July 21, 2019 1:53 PM | Skymet Weather Team

मॉनसूनी बारिश के लिए तरस रही दिल्ली में लोगों के मन में बार-बार यह सवाल उठ रहा है कि आखिर क्या है कि दिल्ली में साल दर साल लगातार बारिश में कमी आती जा रही है। लोग पूछ रहे हैं कि क्या यही ग्लोबल वॉर्मिंग है? क्या यही जलवायु परिवर्तन है?

विशेषज्ञों की अगर मानें तो मॉनसून की चाल में बीते एक दशक में काफी बदलाव देखने को मिला है। इन वर्षों में देश के कई ऐसे इलाके जहां कम बारिश होती थी, अब वहां बारिश बढ़ने लगी है। जबकि देश के उन इलाकों में जहां 4 महीने लगातार बारिश ही होती रहती थी, बारिश में कमी आने लगी है।

जलवायु परिवर्तन से राजधानी दिल्ली भी अछूती नहीं है। दिल्ली के लोग स्वयं यह कह रहे हैं कि हरियाली में कमी के कारण दिल्ली पर बादल कम बरस रहे हैं। दिल्ली में साल 2019 का मॉनसून अब तक बीते एक दशक में सबसे कमजोर रहा है। दिल्ली में 1 जून से लेकर 21 जुलाई तक महज़ 25% बारिश हुई है। यानि सामान्य से 75 फ़ीसदी कम।

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आंकड़ों में अगर देखें तो लगभग 50 दिनों में जहां 190 मिलीमीटर बारिश राजधानी दिल्ली में होती है वहाँ मात्र 50 मिलीमीटर बारिश हुई है। यानी 1 दिन में 4 मिलीमीटर की जगह एक मिलीमीटर बारिश। इसमें भी बारिश के दिन गिने चुने रहे हैं। बारिश में कमी के कारण तापमान में अच्छी गिरावट अब तक नहीं हुई है और गर्मी से लोगों को राहत नहीं मिली है, जिससे लोग परेशान हैं।

स्काईमेट के मौसम विशेषज्ञों का अनुमान है कि मॉनसून ट्रफ एक बार फिर से हिमालय के तराई क्षेत्रों में पहुंच रही है जिसके कारण अगले 2-3 दिनों तक बारिश बंद हो जाएगी। मौसम शुष्क रहेगा और हवा में नमी अधिक रहेगी जिससे गर्मी और उमस से लोगों का बुरा हाल होगा।

मॉनसून ट्रफ 23 जुलाई को फिर से दिल्ली के करीब आएगी, जिससे दिल्ली-एनसीआर में उसी समय मॉनसूनी बौछारें शुरू होंगी। दिल्ली सहित गाजियाबाद, नोएडा, गुरुग्राम, फरीदाबाद में 23-24 जुलाई को अच्छी बारिश देखने को मिल सकती है। विडंबना यह है कि प्रायः लंबा इंतजार करने के बाद भी दिल्ली के लोगों को अच्छी बारिश नहीं हो रही है। उम्मीद कर सकते हैं कि आने वाले दिनों में बारिश की स्थिति में सुधार होगा और दिल्ली का मौसम बदलेगा।

Image credit: HareGovind

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