दिल्ली में कई दिनों से जारी गर्म और शुष्क मौसम ने जब करवट ली तो लोगों को राहत तो मिली लेकिन इस मौसमी हलचल ने कई के लिए मुश्किलें भी पैदा कर दीं। जैसा स्काइमेट ने अनुमान जताया था 3 दिनों का बारिश का दौर 28 मई की शाम से शुरू हुआ और दिल्ली तथा आसपास के शहरों में भूलभरी आँधी, तेज़ हवाओं और बादलों की गर्जना के साथ बारिश की गतिविधियां देखने को मिलीं।
दिल्ली में बारिश का नज़ारा वालों को 29 मई को भी देखने को मिला, लेकिन इस बार मौसम कुपित भी नज़र आया। दिल्ली और आसपास के भागों में 29 मई की शाम से तेज़ हवा और बादलों की गड़गड़ाहट के साथ शुरू हुई हलचल 30 मई की सुबह के समय तक रुक-रुक कर जारी रही।
बारिश यूं तो सभी भागों में नहीं हुई लेकिन भीषण तूफान ने दिल्ली और आसपास के शहरों में परेशानी भी पैदा दी। हवा की गति 90 किलोमीटर प्रतिघंटे तक भी पहुंची जिससे कई जगहों पर बिजली के खंबे और पेड़ों के उखड़ने की घटनाएँ हुई। मौसम में हुई हलचल इस तरह प्रतिकूल थी की दिल्ली आने वाली 27 उड़ानों को जयपुर की तरफ मोड़ना पड़ा। कर्नाटक में कल एक कार्यक्रम में भाग लेने के बाद दिल्ली आ रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विमान को भी मौसमी हलचल की गंभीरता को देखते हुए जयपुर के लिए मोड़ दिया गया।
भीषण हवाओं के चलते राजधानी के कई भागों में क्षति पहुंची है। पेड़ों के जड़ से ही उखड़ने और बिजली के खंबों के टूटने के अलावा पुरानी इमारतों को भी तेज़ हवाओं और साथ में आई बारिश ने नुकसान पहुंचाया। चाँदनी चौक के एक डाकखाने की दीवार गिरने से आसपास में खड़ी कई कारें क्षतिग्रस्त हो गईं।
मौसम में आया यह बदलाव उत्तर भारत के पर्वतीय भागों पर बने पश्चिमी विक्षोभ और उसके प्रभाव से उत्तरी राजस्थान तथा उससे सटे हरियाणा और पंजाब के ऊपर विकसित हुए चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र के चलते देखने को मिल रहा है।
हालांकि मौसम में इस बदलाव के सकारात्मक पहलू को देखें तो इससे चमकते सूरज की गर्मी से तप रही दिल्ली में लोगों को अच्छी राहत मिली है। दिल्ली और आसपास के भागों में अगले 24 घंटों तक सुहावना मौसम बना रहेगा। आज भी अच्छी वर्षा होने की संभावना है। शाम के समय बारिश के साथ तेज़ हवाएँ भी चल सकती हैं।
Image Credit: Indianexpress
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