राजधानी दिल्ली में मौसम करवट ले रहा है। राजधानी और आसपास के भागों में 30 जुलाई को बादलों का प्रभाव बढ़ गया था और छिटपुट वर्षा दर्ज की गई है। इससे पहले बीते कुछ समय से दिल्ली सहित उत्तर भारत के मैदानी राज्यों से बारिश गायब थी। ऐसा इसलिए था क्योंकि मॉनसून की अक्षीय रेखा उत्तर भारत के मैदानी राज्यों से काफी दूर थी और राजस्थान से मध्य भारत होते हुए गुज़र रही थी।
मॉनसून की अक्षीय रेखा अब उत्तरवर्ती हो गई है। इस समय मॉनसून ट्रफ हिसार और बरेली से होकर गुज़र रही है जो दिल्ली के काफी करीब है। इस बदलाव के चलते उत्तर भारत के मैदानी भागों में आर्द्र हवाओं का प्रवाह बढ़ गया है और मॉनसूनी बादल दिखाई दे रहे हैं। सोमवार यानि सप्ताह के पहले दिन और जुलाई माह के आखिरी दिन मॉनसून उत्तर भारत में सक्रिय हो रहा है।
अब तक दिल्ली में मॉनसून का प्रदर्शन संतोषजनक रहा है। दिल्ली इससे सटे शहरों नोएडा, गुरुग्राम, गाजियाबाद और फ़रीदाबाद में 31 जुलाई को छिटपुट जगहों पर हल्की से मध्यम वर्षा के आसार हैं। इन भागों में 1 अगस्त से बारिश बढ़ सकती है। अनुमान है कि दिल्ली और आसपास के भागों में 31 जुलाई से 2 अगस्त के बीच कई जगहों पर हल्की से मध्यम वर्षा होगी जबकि कुछ स्थानों पर भारी वर्षा भी देखने को मिल सकती है।
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सोमवार, 31 जुलाई को दिल्ली और आसपास के भागों में कहीं-कहीं हल्की वर्षा दर्ज की गई है। दोपहर बाद राजधानी में अच्छी बारिश की संभावना है। दिल्ली में अच्छी बारिश से सबसे अधिक असर सड़कों पर भयंकर जाम की समस्या के रूप में देखने को मिलता है। अनुमान है कि शाम के समय यातायात की वापसी के दौरान सड़कों पर चुनौती बढ़ सकती है इसलिए आप सतर्क और तैयार रहें। ट्रैफिक पुलिस को भी अपनी कमर कस लेने की ज़रूरत है।
Image credit: The Indian Express
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