मॉनसून की उत्तरी सीमा द्वारका, अहमदाबाद, भोपाल, जबलपुर, पेंड्रा, सुल्तानपुर, लखीमपुर खीरी और मुक्तेश्वर से होकर गुजर रही है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, मौसम की यह स्थितियां उत्तर-पश्चिमी मैदानों में अगले 24 घंटों के दौरान दक्षिण-पश्चिमी मॉनसून 2019 की प्रगति के लिए अनुकूल नहीं हैं।
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, पंजाब से बंगाल की खाड़ी के भागों पर बने निम्न दबाव वाले क्षेत्र तक एक ट्रफ रेखा फैली हुई है। इसके कारण पंजाब, पश्चिमी हरियाणा में एक-दो स्थानों तथा पूर्वी राजस्थान में कुछ स्थानों पर छिटपुट बारिश के आसार हैं। इसके अलावा पश्चिमी राजस्थान, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मौसम शुष्क बना रह सकता है। जिससे इन इलाकों में अगले 24 घंटों के दौरान लू जैसी स्थितयां एक बार फिर से देखने को मिल सकती है।
बीते 24 घंटों में राजस्थान के उत्तर-पूर्वी भागों में धूलभरी आंधी और गरज के साथ बारिश हुई है। यह मौसमी हलचल चूरू और पिलानी जैसे स्थानों पर देखने को मिली हैं। इस दौरान चूरू का तापमान सामान्य से 3 डिग्री बढ़त के साथ 44.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसके अलावा उत्तर-पश्चिमी राजस्थान में मौसम बेहद गर्म बना हुआ है।
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इस समय, पूर्वी राजस्थान के इलाकों में तापमान में गिरावट दर्ज की गयी है। यहां के कोटा, जोधपुर, उदयपुर और बाड़मेर में दक्षिण-पश्चमी हवा के प्रभावी होने के साथ ही तापमान में गिरावट देखने को मिली है। वहीं पंजाब, हरियाणा और दिल्ली के इलाकों में गर्म और शुष्क मौसम के साथ उत्तर-पश्चिमी हवा के बहाव के कारण तापमान में 3 से 5 डिग्री का उछाल देखा गया है।
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