राजधानी दिल्ली और आसपास के शहरों में नए सप्ताह की शुरुआत घने प्रदूषण के साथ हुई। पिछले 24 घंटों के दौरान दिल्ली सहित नोएडा, गुरुग्राम, गाज़ियाबाद, फ़रीदाबाद के प्रदूषण में भारी कमी आई थी क्योंकि पहाड़ों से उत्तर-पश्चिमी तेज़ शुष्क हवाएँ चल रही थीं। तापमान में कमी से कुहासा बढ़ता है जिससे प्रदूषण बढ़ जाता है और कोहरे जैसी स्थितियाँ बनती हैं। इन हवाओं के कारण ही सोमवार को तापमान तेज़ी से नीचे आया और सुबह कोहरा भी देखने को मिला।
राजधानी दिल्ली में आज न्यूनतम तापमान गिरकर 14.8 डिग्री तक पहुँच गया। आने वाले दो-तीन दिनों के दौरान दिल्ली और आसपास के भागों में ठंडी उत्तर-पश्चिमी हवाएँ चलती रहेंगी जिससे तापमान में और गिरावट होने की उम्मीद है। राहत की बात यह है कि इन्हीं उत्तर-पश्चिमी शुष्क और ठंडी हवाओं के कारण ही अगले 48 घंटों तक प्रदूषण के स्तर में कुछ गिरावट भी देखने को मिलेगी।
सोमवार इस सीज़न का दिल्ली के लिए ना सिर्फ सबसे ठंडा दिन रहा बल्कि सबसे प्रदूषित दिन भी रहा। अब हवाओं के तेज़ होने के बाद फिर से प्रदूषण में कुछ कमी आएगी लेकिन यह कमी बहुत मामूली होगी क्योंकि उत्तर-पश्चिमी हवाएँ पंजाब और हरियाणा होकर आ रही हैं जिससे इन राज्यों में जलायी जा रही पराली का धुआँ भी दिल्ली वालों के लिए मुश्किल का कारण बनेगा।
यानि अगले दो दिनों के दौरान भले ही हवा प्रदूषण के पक्ष में नहीं है लेकिन पराली के कारण प्रदूषण बहुत कम नहीं हो पाएगा। दूसरी तरफ 8 नवंबर को एक नया पश्चिमी विक्षोभ जम्मू कश्मीर के पास आने वाला है जिससे दिवाली के बाद फिर से हवा उत्तर-पश्चिमी से बदलकर दक्षिण-पश्चिमी या दक्षिण-पूर्वी हो जाएगी। इससे नमी फिर से बढ़ेगी तथा प्रदूषण और हावी हो जाएगा।
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार राजधानी दिल्ली के साथ-साथ नोएडा, गाज़ियाबाद, फ़रीदाबाद और गुरुग्राम सहित आसपास के शहरों में 8 नवंबर से 12 नवंबर के बीच प्रदूषण बेहद घना हो सकता है।
Image credit: New Indian Express
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