दिल्ली-एनसीआर में बीते कई वर्षों से प्रदूषण लगातार बढ़ता जा रहा है। इस बार भी दिल्ली-एनसीआर का प्रदूषण लगातार बेहद गंभीर श्रेणी बना हुआ है। लंबे समय से दिल्ली और इसके आसपास के शहरों में तेज बारिश नहीं हुई है, जिससे दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 के आसपास बना हुआ है। मौसम विशेषज्ञों की माने तो अगले कुछ दिनों तक प्रदूषण से राहत मिलने की संभावना नहीं है क्योंकि बारिश की जल्द कोई उम्मीद नहीं है।
अगले दो-तीन दिनों के दौरान प्रदूषण और भयानक रूप ले सकता है क्योंकि हवाओं के रुख़ में बदलाव आ रहा है। उम्मीद है कि 8 दिसम्बर से एक पश्चिमी विक्षोभ जम्मू कश्मीर के पास पहुंचेगा जिससे उत्तर-भारत के मैदानी राज्यों में आने वाली उत्तर-पश्चिमी हवाएँ अगले कुछ दिनों के लिए बंद हो जाएंगी और उनकी जगह दक्षिण-पूर्वी हवाएँ चलना शुरू होंगी। इन हवाओं में आर्द्रता अधिक होगी जिससे कोहरा भी छाएगा और दिल्ली सहित आसपास के शहरों यानी नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम, फरीदाबाद और पलवल जैसे शहरों में लोगों को काफी अधिक प्रदूषण देखने को मिल सकता है।
इसी आगामी पश्चिमी विक्षोभ के चलते ही उत्तरी राजस्थान, हरियाणा, पंजाब और दिल्ली तथा आसपास के शहरों में हल्की बारिश देखने को मिल सकती है। बारिश होने पर प्रदूषण से राहत मिलती है लेकिन 11 या 12 दिसम्बर को संभावित बारिश की तीव्रता काफी कम होगी जिससे प्रदूषण में कमी की उम्मीद बेहद कम है। बारिश के बाद जब वातावरण में नमी अधिक होगी तब तापमान में गिरावट के कारण कोहरा बढ़ने की संभावना है। कोहरे के लिपटकर प्रदूषण के कण और अधिक प्रभावित कर सकते हैं। इसलिए कम से कम पूरे दिसम्बर तक आपको खासा एहतियात बरतने की जरूरत है ताकि प्रदूषण का शिकार होने से बचें।
Image credit: Devendra Tripathi
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