दिल्ली में प्रदूषण की फिर से वापसी हुई है। उत्तर पश्चिमी हवाओं की रफ्तार घटने के साथ ही 20 दिसम्बर से दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण के स्तर में व्यापक बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। दिल्ली, गुरुग्राम, नोएडा, गाज़ियाबाद में बुधवार की दोपहर बाद से ही धुंध तेज़ी से बढ़ा और हवा की गुणवत्ता में भारी गिरावट आई। बृहस्पतिवार की सुबह स्थिति और खराब हुई। प्रदूषण के साथ कोहरे के चलते दृश्यता में भी कमी देखने को मिली।
सर्दियों में दिल्ली और आसपास के शहरों में नवंबर से ही प्रदूषण बढ़ने लगता है और हवाओं में धुंध, कुहासे और कोहरे के साथ मिलकर लोगों के स्वस्थ्य पर बड़ा हमला करता है। वर्ष 2016 में भी दिल्ली का प्रदूषण दुनिया के कई देशों में चर्चा का विषय बना और 2017 में इसने खूब सुर्खियां बटोरी।
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स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार दिल्ली में इस प्रदूषण की वजह है जम्मू कश्मीर के पास पहुंचा पश्चिमी विक्षोभ। इस सिस्टम के प्रभाव से उत्तर के पहाड़ों से आ रही ठंडी और शुष्क हवाएँ कमजोर हो गईं है और दक्षिण-पश्चिमी आर्द्र हवाएँ चल रही हैं। हवा में इस बदलाव के चलते धूल, धुएँ और प्रदूषण के कण निचले स्तर पर ही फंस गए और दिल्ली पर घनी काली चादर छा गई है।
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इस बीच पश्चिमी विक्षोभ जम्मू कश्मीर के पास से अगले 24 घंटों में पूर्वी दिशा में निकल जाएगा और इसके चलते फिर से उत्तर-पश्चिमी शीतल और शुष्क हवाएँ दिल्ली सहितनोएडा,गुरुग्राम,गाज़ियाबादऔरफ़रीदाबादतक पहुंचेगी जिससे प्रदूषण में कमी आएगी। फिलहाल अगले 24 से 48 घंटों तक मौसमी परिदृश्य में विशेष बदलाव नहीं होगा और दिल्ली वालों की साँसों पर प्रदूषण का पहरा बना रहेगा।
Image credit: pragatiwadi
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