उत्तर भारत के पश्चिमी हिमालयी भागों को कल से एक नया पश्चिमी विक्षोभ प्रभावित करने वाला है। यह सिस्टम इस समय उत्तरी पाकिस्तान और उससे सटे अफगानिस्तान पर दिखाई दे रहा है। इसके प्रभाव से एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र भी विकसित हुआ है, जो मध्य पाकिस्तान पर बना हुआ है। अनुमान है कि यह दोनों सिस्टम पूर्वी दिशा में आगे बढ़ेंगे और उत्तर भारत के मौसम को प्रभावित करेंगे।
इन मौसमी हलचलों के परिणामस्वरूप दिल्ली तथा आसपास के शहरों में सोमवार की शाम और मंगलवार की सुबह के समय धूलभरी आँधी चलने और बादलों की गरज के साथ हल्की वर्षा होने की संभावना है। उत्तर-पश्चिम भारत के अन्य मैदानी राज्यों पंजाब, हरियाणा, उत्तरी राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी कुछ स्थानों पर ऐसी ही गतिविधियां दर्ज की जा सकती हैं। हालांकि मौसम में आने वाले इस बदलाव का तापमान पर विशेष असर जल्द देखने को नहीं मिलेगा। लेकिन अगले 48 घंटों के बाद अधिकतम कुछ नीचे जा सकता है।
इससे पहले दिल्ली में मई की शुरुआत शुष्क मौसम के साथ हुई थी। हालांकि 4 मई को दिल्ली और आसपास के शहरों में हल्की बारिश दर्ज की गई। स्काइमेट के पास उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली के पालम में 1 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की जबकि सफदरजंग मौसम केंद्र ने बूँदाबाँदी रिकॉर्ड की थी। इसी दौरान दिल्ली से सटे फ़रीदाबाद में 50 मिलीमीटर की अच्छी वर्षा रिकॉर्ड की गई थी। नोएडा में भी 10 मिलीमीटर दर्ज की गई बारिश के चलते मौसम सहज हो गया था।
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