दिल्ली एनसीआर में 11 दिसंबर की रात और 12 वीं सुबह बारिश होने की संभावना है। इससे राष्ट्रीय राजधानी में और उसके आस-पास के क्षेत्र में अब तक के सूखे का कहर टूट सकता है। दिल्ली
जो की पंजाब और हरियाणा के उत्तरी मैदानी इलाकों में बारिश लाने वाली मुख्य मौसम प्रणाली के बाहरी परिधीय पर चिह्नित है। इसलिए बारिश ज्यादातर प्रकृति में हल्की और तीखी होगी।
16 नवंबर को दिल्ली के सफदरजंग में 0.6 मिमी बारिश हुई। दिसंबर का महीना सिर्फ 9.4 मिमी के मासिक सामान्य के साथ सर्दियों की बारिश की शुरुआत करता है। जनवरी और फरवरी क्रमशः 19.3 मिमी और 22.1 मिमी वर्षा के साथ सबसे कम वर्षा वाले महीने होते हैं। दिसंबर के महीने में 1-2 बारिश के दिन होते हैं जब 24 घंटों में 2.5 मिमी से अधिक बारिश होती है। दिसंबर 2019 में 2 दिन बारिश भी हुई: 13 दिसंबर को 34 मिमी और 14 दिसंबर को 0.4 मिमी।
मध्य दिसंबर की बारिश का दौर दिल्ली एनसीआर में घने सर्दियों की स्थिति के लिए गति निर्धारित करता है और उसके बाद ज्यादातर न्यूनतम तापमान एक अंक में रहता है। दिसंबर 2019 लगभग 100 वर्षों में दूसरा सबसे ठंडा मौसम था जब औसत मासिक अधिकतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस के मुकाबले 19 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया था। इस साल दिल्ली एनसीआर में दिन का तापमान पहले 10 दिनों में सामान्य से अधिक रहा। 10 और 11 दिसंबर को तापमान सामान्य से ऊपर रिकॉर्ड करने की संभावना है और इसके बाद धीरे-धीरे 24 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने के लिए तापमान में गिरावट होगी। दिल्ली एनसीआर के लिए न्यूनतम तापमान भी 11 और 12 दिसंबर को सामान्य से ऊपर दर्ज करने की संभावना है और संभवत: अगले सप्ताह के दौरान एकल अंक में गिरावट आ सकती है।