मार्च का महीना उच्च तापमान के मामले में कई रिकॉर्ड्स देख चुका है। मार्च 2022 में पिछले 121 वर्षों में भारत में अधिकतम तापमान का उच्चतम औसत दर्ज किया गया। औसत अधिकतम तापमान के मामले में दिल्ली में चौथा सबसे गर्म मार्च भी देखा गया। मार्च के महीने में उत्तर पश्चिमी भारत में कम बारिश हुई है तथा दिल्ली एनसीआर में बारिश नहीं हुई थी।
हमें पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तरी राजस्थान सहित उत्तर पश्चिमी भारत में अप्रैल की पहली छमाही के दौरान प्रति मानसून गतिविधि की कोई उम्मीद नहीं है। कमजोर पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालय तक पहुंच सकते हैं, लेकिन वे पहाड़ियों पर कोई महत्वपूर्ण मौसम गतिविधि देने में सक्षम नहीं होंगे। बलूचिस्तान, मध्य पाकिस्तान और राजस्थान के थार रेगिस्तान से शुष्क हवाएँ उत्तर पश्चिमी भारत में जारी रहेंगी, जिससे लू से लेकर गंभीर लू की स्थिति बन जाएगी।
प्री-मानसून गतिविधियां जैसे गरज, धूल भरी आंधी, गरज के साथ तेज बौछारें आमतौर पर अप्रैल और मई के प्री-मानसून सीजन के दौरान तापमान में गिरावट लाती हैं। ये गतिविधियां अब तक नदारद हैं। अप्रैल के पहले पखवाड़े तक इन मौसमी गतिविधियों के घटित होने के लिए परिस्थितियाँ अनुकूल नहीं हैं। इसलिए, हम 15 अप्रैल तक उत्तर पश्चिमी भारत में चल रहे गर्म मौसम की स्थिति से किसी महत्वपूर्ण राहत की उम्मीद नहीं करते हैं। अप्रैल की पहली छमाही में अधिकतम और न्यूनतम तापमान के लिए कुछ रिकॉर्ड भी बनाए जा सकते हैं।