दिल्ली में प्रदूषण का प्रकोप शांत नहीं हो रहा। दिल्ली वालों का सुबह के समय पार्कों में घूमना भी प्रभावित हुआ है। सांस की बीमारी से परेशान बुरी तरह से पीड़ित हैं जबकि सामान्य लोगों को भी समस्या हो रही है। अचानक खांसी, जुकाम, गले में संक्रामण जैसे लक्षण सामान्य लोगों में भी देखने को मिल रहे हैं। वर्तमान प्रदूषण स्तर को देखते हुए लोगों को अनावश्यक रूप से खुले में निकलने से बचना चाहिए और मुँह व नाक पर मास्क या सूती कपड़ा लगाना चाहिए ताकि प्रदूषण के कण कम से कम प्रभावित करें।
इस बीच राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और इससे सटे शहरों में दक्षिण-पूर्वी आर्द्र हवाएँ बनी हुई थीं। इन हवाओं की गति कम है लेकिन वातावरण में नमी की अधिकता के चलते प्रदूषण फैलाने वाले कण हवा में निचले स्तर पर ही बने हुए हैं और लोगों को प्रभावित कर रहे हैं। प्रदूषण की वर्तमान स्थिति में अगले 2-3 दिनों तक विशेष बदलाव होने की संभावना नहीं है।
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार आज शाम से हवाओं के रुख में बदलाव आएगा और दक्षिण-पूर्वी आर्द्र हवाओं की जगह लेंगी उत्तर-पश्चिमी शुष्क हवाएँ। आपको बता दें कि उत्तर-पश्चिमी शुष्क हवाओं के प्रभावी होते ही प्रदूषण का स्तर कम हो जाता है। लेकिन अगले 2-3 दिनों तक उत्तर-पश्चिमी हवा भी बेहद कम गति से चलेगी जिससे दिल्ली के ऊपर मौजूद प्रदूषण को कम करने में यह फिलहाल नाकाम रहेगी।
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इसके अलावा उत्तर-पश्चिमी हवाएँ भी अपने साथ पंजाब और हरियाणा में जलायी जा रही पराली का धुआँ साथ लाती लाएँगी जिससे दिल्ली अगले 2-3 दिनों तक प्रदूषण की गिरफ्त में ही बनी रहेगी। हवा बदलने से प्रदूषण के आंकड़ों में कुछ सुधार ज़रूर होगा लेकिन प्रदूषण से विशेष राहत नहीं मिलने वाली। लेकिन हवा बदलने से सामान्य के आसपास चल रहे न्यूनतम तापमान में कुछ गिरावट देखने को मिल सकती है।
Image credit: LiveMint
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