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[Hindi] भीषण तूफान 'फ़ानी' भारत के तटों को करेगा प्रभावित, ओड़ीशा व आंध्र प्रदेश में 2 मई से भारी वर्षा के आसार

April 29, 2019 6:10 PM |

Updated on April 29, 2019, at 06:00 PM भीषण चक्रवाती तूफान 'फ़ानी' भारत के तटों को करेगा प्रभावित, ओड़ीशा व आंध्र प्रदेश में 2 मई से भारी वर्षा के आसार

तूफान फ़ानी भीषण चक्रवाती तूफान बन गया है। यह तूफान मंद रफ्तार से उत्तर-पश्चिमी दिशा में आगे बढ़ रहा है। धीमी रफ़्तार के चलते इसके भयंकर तूफान बनने की आशंका प्रबल है। अनुमान है की 1 मई की सुबह तक यह चेन्नई के पास पहुंचेगा। हालांकि उस दौरान तूफान की चेन्नई से दूरी लगभग 200 से 250 किलोमीटर पूर्व में होगी। यहीं से यह अपनी दिशा में बदलाव भी करेगा और उत्तर-पूर्व की ओर निकलेगा।

हालांकि भारत के पूर्वी तटों से तकरीबन 200 किलोमीटर की समानान्तर दूरी से आगे बढ़ेगा। तूफान फ़ानी के कारण कल यानि 30 अप्रैल को चेन्नई सहित उत्तरी तटीय तमिलनाडु के अलावा केरल और बंगलुरु सहित दक्षिणी कर्नाटक में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। यह जैसे-जैसे उत्तर में बढ़ेगा, आंध्र प्रदेश के तटीय भागों पर भी बादल बढ़ेंगे और अनुमान है कि तटीय आंध्र प्रदेश में 1 मई से बारिश शुरू होगी। राज्य में 3 मई तक तूफान के चलते रुक-रुक कर वर्षा हो सकती है।

उसके बाद यह जब ओड़ीशा के पास पहुंचेगा तब 2 और 3 मई को उत्तरी आंध्र प्रदेश के साथ-साथ ओड़ीशा में अभी कई जगहों पर भारी बारिश देगा। गंगीय पश्चिम बंगाल में भी तूफान फ़ानी के कारण भारी वर्षा होने की आशंका है। इन सभी तटीय भागों में तेज़ रफ़्तार से तूफानी हवाएँ भी चलेंगी।

Updated on April 28, 2019, at 12:00 PM तूफान 'फ़ानी' तमिलनाडु, तटीय आंध्र प्रदेश, तटीय ओड़ीशा, गंगीय पश्चिम बंगाल में देगा बारिश

तूफान फ़ानी यूं तो भारत को सीधे तौर पर प्रभावित नहीं करेगा लेकिन देश के पूर्वी तटवर्ती भागों में इसके कारण अच्छी बारिश हो सकती है। भारत के तटीय राज्यों केरल से लेकर तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, ओड़ीशा और पश्चिम बंगाल तक यह तूफान बारिश दे सकता है।

हालांकि पूर्वी तटवर्ती क्षेत्रों में कहीं-कहीं अच्छी बारिश की संभावना से इंकार भी नहीं किया जा सकता है। आंध्र प्रदेश में तटीय स्थानों पर 1 और 2 मई को, ओड़ीशा में 2 से 4 मई के बीच जबकि पश्चिम बंगाल के गंगीय भागों में 4 और 5 मई को बारिश होने के आसार हैं। इन सभी तटीय राज्यों में जब बारिश शुरू होगी उस दौरान 40 से 50 किलोमीटर प्रतिघण्टे की रफ्तार से हवाएँ चलेंगी। उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश, ओड़ीशा और गंगीय पश्चिम बंगाल में हवा काफी तूफानी हो सकती है।

इन भागों में खासकर तमिलनाडु के तटीय हिस्सों पर आज शाम से बादल दिखने शुरू हो जाएंगे और अगले कुछ दिनों तक घने बादल बने रहेंगे। समुद्री तूफान फ़ानी भारत के भागों में भीषण तबाही लेकर नहीं आएगा।

तूफान का रास्ता चेन्नई के समानान्तर पहुँचने के बाद बदलेगा लेकिन यह उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश, ओड़ीशा और पश्चिम बंगाल के करीब से होकर आगे जाएगा। चूंकि यह अति भीषण चक्रवात बनने वाला है इसके कारण भारत में लैंडफॉल नहीं करने के बावजूद तूफान फ़ानी जब भारत के पूर्वी तटीय भागों के समानान्तर समुद्र में आगे बढ़ रहा होगा उस दौरान पूर्वी भागों में तूफानी हवाएँ चलेंगी और बारिश देखने को मिलेगी।

Originally Published on 27 April, 2019, at 5:00 PM बंगाल की खाड़ी में विकसित हुआ चक्रवाती तूफान फ़ानी, ले सकता है भीषण चक्रवात का रूप

मौसम वैज्ञानिक जैसा अनुमान लगा रहे थे, बंगाल की खाड़ी में उठ रहा सिस्टम 27 अप्रैल को दोपहर में चक्रवाती तूफान की क्षमता में पहुँच गया। इस फ़ानी नाम दिया गया है। वर्तमान मौसमी स्थितियाँ पूरे पक्ष में है कि यह जल्द ही भीषण चक्रवाती तूफान का रूप ले लेगा। यह पश्चिमी और उत्तर-पश्चिमी दिशा में आगे बढ़ रहा है और अभी भी बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्वी भागों तथा इससे सटे हिन्द महासागर में भूमध्य रेखा के पास है।

शनिवार की दोपहर में चक्रवाती तूफान फ़ानी श्रीलंका के त्रिंकोमाली से लगभग 800 किलोमीटर पूर्व-दक्षिण-पूर्व में था। इसी समय चेन्नई से 1200 किमी दूर दक्षिण-पूर्व में था जबकि आंध्र प्रदेश के मछ्लीपट्टनम से 1400 दक्षिण-दक्षिण-पूर्व में था। समुद्र में जो वर्तमान मौसमी स्थितियाँ हैं, उससे संकेत मिल रहा है कि अगले 24 घंटों में, यानि रविवार की दोपहर तक यह भीषण चक्रवात बन जाएगा।

अगले 72 घंटों तक यह उत्तर-पश्चिमी दिशा में बढ़ेगा और श्रीलंका के तटीय भागों को प्रभावित करते हुए 30 अप्रैल तक तमिलनाडु के उत्तरी तटों और दक्षिणी आंध्र प्रदेश के तटों के करीब पहुँच जाएगा। हालांकि 30 अप्रैल को ही यह अपनी दिशा बदल लेगा और उत्तर-पश्चिमी की बजाए उत्तर-पूर्व में निकल जाएगा। इसलिए इसके कारण भारत के तटीय भागों में भीषण बारिश का डर फिलहाल नहीं है।

समुद्री तूफान फ़ानी शुरुआत में श्रीलंका के पूर्वी तटों को प्रभावित करेगा। साथ ही केरल में भी इसके प्रभाव से बारिश होगी। उसके बाद तमिलनाडु के तटीय भागों के साथ-साथ पुद्दुचेरी और आंध्र प्रदेश के तटीय भागों में भी इसके कारण बारिश देखने को मिलेगी। केरल में 28 से 30 अप्रैल के बीच कई जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है।

पूर्वी तटों के करीब होने के कारण चेन्नई सहित उत्तरी तमिलनाडु के तटवर्ती शहरों, पुद्दुचेरी और तटीय आंध्र प्रदेश के शहरों में 30 अप्रैल और 1 मई को हल्की से मध्यम बारिश होने के आसार हैं। इस दौरान भारत के पूर्वी तटीय भागों में तेज़ हवाएँ चलेंगी। हवाओं की रफ़्तार 40 से 50 किलोमीटर प्रतिघण्टे तक रहने की संभावना है। हवा का झोंका 60 किमी तक जा सकता है।

तूफान फ़ानी के कारण बंगाल की खाड़ी में समुद्र में हलचल काफी बढ़ गई है। तमिलनाडु, पुद्दुचेरी और आंध्र प्रदेश के तटों के करीब बंगाल की खाड़ी में 28 अप्रैल से 1 मई के बीच ऊंची-ऊंची लहरें उठेंगी। इस दौरान नौवहन और मछली पकड़ने के लिए स्थितियाँ अनुकूल नहीं रहेंगी।

Image credit: Cruise Critic

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