[Hindi] काकीनाड़ा के पास आंध्र प्रदेश के तटों से टकराया डीप डिप्रेशन, दक्षिणी प्रायद्वीप और मध्य भारत के राज्यों में भारी बारिश की आशंका

October 13, 2020 12:38 PM|

सक्रिय बंगाल की खाड़ी से आगे बढ़ते हुए डीप डिप्रेशन आंध्र प्रदेश के तटों से जमीनी भागों पर पहुँच गया है। सैटेलाइट तस्वीरों के अनुसार यह सिस्टम काकीनाड़ा के बेहद करीब से गुज़रा है। स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के आंकलन के अनुसार यह सिस्टम 13 अक्टूबर, 2020 की सुबह 6:30 बजे से 7:30 बजे के बीच ज़मीनी हिस्सों पर पहुंचा। इसके लैंडफॉल के समय आंध्र प्रदेश के तटीय भागों में 55 से 65 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएँ चल रही थीं। कुछ हिस्सों में हवाओं की रफ्तार 75 किलोमीटर प्रतिघंटे तक पहुँच रही थी।

इस समय आंध्र प्रदेश के तटीय भागों में तेज़ हवाओं के साथ मूसलाधार बारिश हो रही है। विशाखापत्तनम, नरसापुर, काकीनाड़ा समेत तटीय भागों में कम से कम अगले 6 घंटों तक मौसम खराब बना रहेगा। इस दौरान दक्षिणी तटीय ओडिशा और तेलंगाना में भी बादल छाए रहेंगे और तेज़ हवाओं के साथ बारिश होने की संभावना है।

यह भी पढ़ें:जतिन सिंह, एमडी स्काइमेट: इस सप्ताह उत्तर भारत को छोड़ शेष भारत में सक्रिय रहेगा मौसम, बंगाल की खाड़ी पर 14-15 अक्टूबर को एक और डिप्रेशन उभरने की संभावना है, दिल्ली प्रदूषण में होगी वृद्धि

यह डीप डिप्रेशन पश्चिमी दिशा में आगे बढ़ता रहेगा और इस दौरान यह कमज़ोर भी हो जाएगा। पहले इसके डिप्रेशन और उसके बाद निम्न दबाव में तब्दील होने की संभावना है। कल तक यह सिस्टम महाराष्ट्र के पश्चिमी भागों पर पहुँच जाएगा और 15 अक्टूबर को जब यह अरब सागर में प्रवेश करेगा, उस दौरान यह फिर से अनुकूल स्थिति मिलने के बाद प्रभावी हो जाएगा। अनुमान है कि अरब सागर के मध्य पूर्वी हिस्सों पर पहुँचने के बाद यह डिप्रेशन बन सकता है।

अरब सागर में पहुँचने से पहले यह सिस्टम महाराष्ट्र, कर्नाटक, तेलंगाना, दक्षिणी छत्तीसगढ़, दक्षिणी मध्य प्रदेश और गुजरात के दक्षिणी हिस्सों में बारिश देगा। मुंबई में इसके उपनगरों समेत कोंकण गोवा में 14-15 अक्टूबर को अच्छी बारिश होने की संभावना है।

बंगाल की खाड़ी की तरफ से आने वाले इन मौसमी सिस्टमों के चलते दक्षिण-पश्चिम मॉनसून 2020 की वापसी में देरी हो रही है। अगले एक सप्ताह तक मॉनसून की वापसी की सीमा के आगे बढ़ने की संभावना नहीं है क्योंकि 14-15 अक्टूबर को बंगाल की खाड़ी पर फिर से एक नया मौसमी सिस्टम विकसित होता हुआ नज़र आ रहा है। आगामी सिस्टम वर्तमान डिप्रेशन से भी ज़्यादा प्रभावी हो सकता है। संभवतः यह सीज़न का पहला चक्रवाती तूफान बनेगा। अगर यह तूफान बनाता है तो इसका नाम होगा‘गति’।

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