ओड़ीशा में 3 मई को आया अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान फ़ानी अब तक 38 ज़िंदगियाँ लील गया है। ओड़ीशा सरकार ने सोमवार को मृतकों की संख्या 38 बताई, जिसमें अकेले पुरी में 15 लोगों की मौत हुई है। पुरी में ही सबसे अधिक तबाही इसलिए हुई है क्योंकि तूफान फ़ानी पुरी के रास्ते ही ओड़ीशा में घुसा था। तूफान के साथ आई 200 किलोमीटर से भी अधिक रफ्तार की हवाओं के कारण पुरी और आसपास के भागों में जबरदस्त तबाही देखने को मिली है।
तूफान से हुए नुकसान का आंकलन अभी जारी है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार राज्य में विद्युत आपूर्ति से जुड़े संसाधनों का लगभग 12 हज़ार करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। राहत कार्यों के लिए नियुक्त विशेष आयुक्त के अनुसार पुरी, भद्रक, खोरदा, बालासोर, कटक, ढेंकनाल, गंजाम, जगतसिंहपुर, जाजपुर, केन्द्रपाड़ा और मयूरभंज जिलों में 14,835 गाँवों और 46 कस्बों में 1 करोड़ से अधिक लोग इस अति भीषण चक्रवाती तूफान से प्रभावित हुए हैं।
पुरी ज़िले में दूरसंचार व्यवस्था अभी भी ठप है। भुवनेश्वर में भी स्थिति सामान्य नहीं हुई है। पुरी और खोरदा जिलों में तूफान आने के बाद से लगातार तीन से 35 लाख से अधिक लोग अंधेरे में रह रहे हैं। हालांकि इन बुनियादी व्यवस्थाओं को जल्द दुरुस्त करने के प्रयास तेज़ी से किए जा रहे हैं।
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बड़ी सड़कों पर गिरे बिजली के खंबों और पेड़ों को हटाकर यातायात व्यवस्था को सामान्य कर लिया गया है। जबकि पुरी में अभी भी लगभग 800 गाँवों की सड़कों पर यातायात बहाल किया जाना बाकी है। पुरी में विशेष सर्किट हाऊस के साथ-साथ पुलिस अधीक्षक और ज़िलाधिकारी के दफ़्तर और घर भी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए हैं।
Image Credit: DNA India
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