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[Hindi] भारत में लू के दूसरे सबसे घातक प्रकोप से मॉनसूनी बारिश दिलाएगी राहत

June 1, 2015 2:00 PM |

Rain_Udupi Todayअपडेट: 01 जून, 13:40 PM (IST)

बीते सप्ताह जहां प्रचंड गर्मी से कहीं-कहीं सड़कें पिघल रही थीं, पानी के लिए कई इलाकों में त्राहि-त्राहि मची हुई थी, लू की चपेट में आए मरीजों से अस्पताल भरे पड़े थे और जनलेवा गर्मी से मजदूर दम तोड़ रहे थे वहीं यह नया सप्ताह अपने साथ ठंडक और राहत लेकर आया है। कर्नाटक, केरल, आंध्र प्रदेश और दिल्ली में प्री-मॉनसून तथा मॉनसूनी बारिश पूरे सप्ताह होने के आसार हैं, जिससे देश के कई भागों में लोग चैन की सांस लेंगे।

दक्षिण भारत के अधिकांश हिस्सों और उत्तर भारत के कई भागों में प्रलयकारी लू ने कम से कम 2000 से अधिक लोगों की जान ले ली है। प्राकृतिक आपदा से जुड़े आँकड़े इकठ्ठा करने वाली एक अंतर्राष्ट्रीय एजेंसी के मुताबिक इस बार की लू भारत की दूसरी और दुनिया की पाँचवी सबसे भीषणतम लू रही है। ये आँकड़े बेल्जियम के ब्रूशेल्स की संस्था सेंटर फॉर द एपिडेमियोलोजी (CRED) के अंतर्गत एमर्जेंसी एवेंट्स डेटाबेस (EM-DAT) द्वारा जुटाये जाते हैं। इस वर्ष भारत में अब तक मरने वालों की संख्या 2248 हो गई है। सरकारी एजेंसियों की कोशिश है कि यह आंकड़ा और ना बढ़ने पाये तथा वर्ष 1998 की सबसे भीषण लू की त्रासदी में 2541 लोगों की मौत के आंकड़े तक ना पहुँचने पाये।

अपडेट: 31 मई, 2:40 PM (IST)

सूर्य देव को अब भी लोगों पर दया नहीं आ रही। भारत में इस वर्ष चिलचिलाती धूप और गर्म हवा के थपेड़ों से अब तक 2200 से अधिक लोग काल के गाल में समा चुके हैं। आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और ओड़ीशा सबसे ज़्यादा झुलस रहे हैं, जहां शनिवार को 202 लोगों के मारे जाने की खबर है।

गर्म हवाओं ने पूर्वी राजस्थान, मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, झारखंड और बिहार को भी अपने शिकंजे में कस रखा है। वर्तमान मौसमी परिदृस्य संकेत कर रहे हैं कि अगले 48 घंटों तक इस गर्मी के भीषण प्रकोप से कोई राहत नहीं मिलने वाली है। स्काइमेट का अनुमान है कि इन भागों में 48 घंटों के बाद बारिश या गरज के साथ बारिश हो सकती है, जिससे पारा नीचे आएगा और गर्मी से तभी कुछ राहत मिलेगी। 

 अपडेट: 28 मई, 2:40 PM (IST)

अब तक भारत के ज़्यादातर इलाके भीषण लू की चपेट में हैं। इससे मरने वालों की संख्या 1400 को पार कर गई है। अकेले तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में मरने वालों की संख्या 1350 के आंकड़े पर पहुँच गई है। हालांकि हैदराबाद में बारिश के लिए इंद्रदेव से गुहार लगाने वाले लाखों लोगों को बुधवार की रात में हुई हल्की बारिश से कुछ सुकून ज़रूर मिला होगा।

गर्मी से बचने के लिए तेलंगाना और आंध्र प्रदेश राज्य की सरकारों ने लोगों को आरामदायक कपड़े पहनने, पर्याप्त मात्र में पानी पीने और दिन में 9 बजे से 4 बजे के बीच घरों के अंदर रहने जैसे कई सुझाव दिये हैं।

इधर राजधानी दिल्ली में भी तेज़ गर्म हवाओं की चपेट में 2 लोगों की मौत की ख़बर है। हालांकि बृहस्पतिवार को तापमान में हल्की कमी आई। लेकिन चिलचिलाती धूप की तपन से नई दिल्ली के कुछ भागों में सड़कों पर डामर पिघलने से सड़कें खराब हो गई हैं। उधर कोलकाता में भी टैक्सी चालकों ने दिन में 11 बजे से शाम के 4 बजे बीच गर्म हवाओं को देखते हुये काम करने से मना कर दिया है।

अपडेट: 27 मई, 1:40 PM (IST) 

देश में भीषण गर्मी का प्रकोप महज़ एक सप्ताह से शुरू हुआ, लेकिन इसने अब तक 1100 से अधिक लोगों की जान ले ली है। गर्मी का कहर सबसे अधिक आंध्र प्रदेश पर पड़ा है जहां 800 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। पड़ोसी तेलंगाना में भी गर्मी के प्रकोप ने 250 लोगों को निगल लिया है। पश्चिम बंगाल और ओड़ीशा में गर्म हवा के थपेड़े लोगों की जान ले रहे हैं। इन राज्यों में भी 2 दर्जन से अधिक लोगों के मारे जाने की ख़बर है।

देश के अनेक इलाकों में तापमान 50 डिग्री सेल्सियस के खतरनाक स्तर को पार कर रहा। ऐसे में पाकिस्तान के सिंध प्रांत से आ रही गर्म और शुष्क हवाओं के चलते भारत के उत्तरी और मध्य इलाकों में परिस्थितियाँ बेहद भयावह हो गई हैं।

स्काइमेट के अनुसार अगले दो दिनों तक तापमान इसी तरह से ऊपर बना रहेगा और तब तक किसी राहत के आसार नहीं हैं।

अपडेट: 26 मई, 1:40 PM (IST) 

गर्मी और लू से आंध्र प्रदेश में 500 लोग जबकि तेलंगाना में अब तक 210 लोगों के मारे जाने की खबर है। चिलचिलाती धूप और गर्म हवाओं का प्रकोप सबसे अधिक बेघर लोगों, बुज़ुर्गों और खुले में काम करने वाले कामगारों पर पड़ रहा है।

भारत में गर्मी का विकराल रूप यूं तो अप्रैल के अंत से ही दिखने लगा था लेकिन पिछले हफ्ते से दिल्ली सहित उत्तर भारत के तमाम हिस्सों से लेकर दक्षिण के आंध्र प्रदेश और तेलंगाना तक भीषण लू का शिकंजा कसने के बाद से इसने जानलेवा रूप से अख़्तियार किया है।

सन स्ट्रोक और डीहाईड्रेशन के मामलों में बढ़ोत्तरी से मौतों का आंकड़ा ऊपर जाने का डर है।

अपडेट: 25 मई, 1:56 PM (IST) 

गरम लू के थपेड़ों और चिलचिलाती धूप के बीच पारा लगातार सामान्य से ऊपर बना हुआ है। बेतहासा गर्मी से देश भर में अब तक 500 लोगों की जानें जा चुकी हैं। स्काइमेट का अनुमान है कि भीषण गरम हवाएँ अगले कुछ दिनों तक इसी तरह जारी रहेंगी।

रविवार को देश की राजधानी दिल्ली में पारा सामान्य से 4 डिग्री अधिक 43.5°C दर्ज किया गया। दिल्ली के ही पालम में तापमान रहा 44.5°C । इसी तरह उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, झारखंड और ओड़ीशा में अधिकांश जगहों पर दिन का तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के ऊपर ही दर्ज किया गया।

गर्मी का कहर सबसे अधिक तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के लोगों पर पड़ रहा है। अकेले इन्हीं दोनों राज्यों में ही 350 लोगों की मौत की खबरें हैं। उत्तर-पश्चिम दिशा से गर्म एवं शुष्क हवाएँ जारी रहेंगी जिससे अधिकतम तापमान में और अधिक वृद्धि दर्ज की जा सकती है। चूंकि देश के अधिकांश हिस्सों में कोई भी मौसमी हलचल दिखाई नहीं दे रही है, इसलिए गर्मी से जल्द किसी राहत के आसार नहीं हैं।

देश के प्रमुख शहरों में रविवार को दर्ज किया गया अधिकतम तापमान:

Table-Maximum-temperaature-in-India

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 Image Credit : Udupi Today

 

 






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