[Hindi] भारत में अगले 24 घंटों में दिखेगा चक्रवाती तूफान 'क्यार' का असर

October 24, 2019 1:19 PM|

Cyclonic storm Kyarr 2019

पूर्वी-मध्य अरब सागर में विकसित चिन्हित लो प्रेशर एरिया जल्द ही कभी भी तेज हो सकता है। यह एक दुर्लभ मौसम प्रणाली है जो पांच दिनों से अब तक निम्न दबाव क्षेत्र के रूप में ही प्रबल बना हुआ है।

इस समय सब की निगाहें इसी मौसम प्रणाली पर टिकी हुई है क्योंकि यह तट की ओर बढ़ती रहती है। यह प्रणाली पहले एक डिप्रेशन में तेज हो जाएगी और फिर जल्द ही एक चक्रवात का रूप ले लेगी जिसे 'क्यार' नाम दिया जाएगा।

मौसम मॉडल के अनुसार, इस समय यह मौसम प्रणाली व्यापक है, जो जल्द ही एक 'चक्रवात' के रूप में तेज हो सकती है। हालांकि अब तक मॉडल से यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि चक्रवात कब बनेगा। बता दें कि, इस समय यह मौसमी सिस्टम मुंबई से 450 किलोमीटर दूर दक्षिण पश्चिम दिशा में है।

अगले 24 घंटों में सिस्टम के चक्रवात बनने की काफी अधिक संभावना है। यह चक्रवात इस क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण तूफान लाने की क्षमता को ले जाएगा।

शुरुआत में, यह सिस्टम पूर्वोत्तर दिशा में आगे आगे बढ़ेगा ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है। हालांकि बाद में यह अपना रास्ता उलट सकता है और इसके बजाय पश्चिम दिशा की ओर बढ़ सकता है।

अब तक, चक्रवाती तूफान क्यार का भारतीय मुख्य भूमि पर सीधा प्रभाव नहीं पड़ेगा। हालाँकि, कर्नाटक के पश्चिम तट पर मंगलौर से कारवार के साथ-साथ कोंकण और गोवा के बीच क्यार का प्रभाव महसूस किया जाएगा।

स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, अगले 48 घंटों तक घने बादल, बारिश, गरज और तेज़ हवाएँ भारतीय मुख्य भू-भाग को प्रभावित करेगी, जिसके बाद धीरे-धीरे खतरा कम होने लगेगा।

Also, Read In English: Cyclone Kyarr all set to impact India in the next 24 hours

अधिकांश मौसम मॉडल के संकेत के अनुसार यह चक्रवात ओमान तट को प्रभावित करेगा। हालांकि, चक्रवात के कराची तट की ओर बढ़ने की भी थोड़ी संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है।

Image Credits – Navbharat Times

कृप्या ध्यान दें: स्काइमेट की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी सूचना या लेख को प्रसारित या प्रकाशित करने पर साभार: skymetweather.com अवश्य लिखें।

<span data-mce-type="bookmark" style="display: inline-block; width: 0px; overflow: hidden; line-height: 0;" class="mce_SELRES_start"></span>

Similar Articles

thumbnail image
आज सूर्य करेगा भूमध्य रेखा पार, बसंत ऋतु की शुरुआत, दिन-रात की अवधि लगभग बराबर

आज, 20 मार्च 2025, बसंत विषुव (Spring Equinox 2025) का दिन है। सूर्य भूमध्य रेखा को पार करेगा, दिन बड़े और गर्म होंगे। उत्तर गोलार्ध में बसंत ऋतु की शुरुआत होगी, दक्षिण गोलार्ध में शरद ऋतु का आगमन होगा। वहीं, सितंबर में यह खगोलीय घटना फिर से होगी।

posted on:
thumbnail image
गर्मी का दायरा बढ़ा! ओडिशा, महाराष्ट्र, तेलंगाना और रायलसीमा में 40°C के पार तापमान, राहत की उम्मीद

देश में समय से पहले गर्मी असर बढ़ रहा है। ओडिशा, महाराष्ट्र, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश में अभी तापमान से 40°C से ऊपर पहुंच गया है, जिस कारण इन राज्यों में भीषण गर्मी हो रही है। फरवरी 2025, पिछले 125 वर्षों में सबसे गर्म महीना रहा है। कई जगहों पर सामान्य से 6.4°C तक ज्यादा तापमान रिकॉर्ड हुआ है।

posted on:
thumbnail image
दिल्ली में बढ़ेगी गर्मी! शुष्क और तपता रहेगा वीकेंड, बारिश की संभावना हुई कम

दिल्ली में गर्मी बढ़ रही है, पिछले 3 दिनों में तापमान 4°C बढ़ा है। आज अधिकतम 34-35°C, न्यूनतम 17°C तक रह सकता है। मार्च अब तक लगभग शुष्क बना हुआ है, सिर्फ 2mm बारिश दर्ज हुई है। 26-28 मार्च को तापमान 40°C के करीब पहुंचने की संभावना है। वहीं,पश्चिमी विक्षोभ से मैदानी इलाकों में बारिश की संभावना नहीं है।

posted on:
thumbnail image
[Hindi] सम्पूर्ण भारत का मार्च 21, 2025 का मौसम पूर्वानुमान

अगले 24 घंटे के दौरान, पश्चिम बंगाल, झारखंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा और उत्तर छत्तीसगढ़ में हल्की से मध्यम बारिश और गरज के साथ बिजली चमकने तथा तेज हवाओं की संभावना है।

posted on: