चक्रवात वायु की यात्रा में एक नया मोड़ सामने आया है। अति गंभीर चक्रवात वायु के सौराष्ट्र तट से दूर जाने की बहुत ही कम संभावना है। स्काइमेट के अनुसार, वायु इस समय उत्तर-उत्तर पश्चिमी दिशा की ओर ट्रैकिंग कर रहा है। मौसम के मॉडल के अनुसार, अनुमान है कि गंभीर चक्रवात तटीय गुजरात के इलाके जैसे पोरबंदर तथा द्वारका या ओखा तट के करीब से गुजर सकता है।
यह सिस्टम पानी में यात्रा करना जारी रखेगा लेकिन तटीय इलाकों को प्रभावित करने की संभावनाएं कमजोर होती नज़र आ रही है। भीषण गंभीर चक्रवात वायु इस समय श्रेणी 2 तूफान में बना है लेकिन श्रेणी 1 के तूफान में प्रवेश के साथ कमजोर हो सकता है। हालांकि, इस सिस्टम के कारण 135 से 145 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी जो कि 175 किमी प्रति तक पहुंच सकती है। तूफानी हवाओं के कारण नुक्सान की संभावनाएं बनी हुई है।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, कमजोर स्टीयरिंग वातावरण चक्रवात वायु के ट्रैक में बदलाव देखने को मिल रहा है।
जैसे-जैसे यह सिस्टम उत्तर-उत्तर पश्चिमी दिशा की ओर बढ़ता है, सिस्टम की गति धीमी होती जाएगी। गुजरात के तटीय इलाकों को पार करने के बाद, चक्रवात वायू उत्तरी अरब सागर पर एक विपरीत चक्रवात का सामना करेगा। जिसके कारण, कराची तट के पास यह सिस्टम ठहर सकती है। ऐसी संभावनाएं हैं कि वायु लैंडफॉल नहीं बनाएगा और समुद्र में भी खुद को कमजोर नहीं कर सकती है। हालांकि, हमें इन सभी संभावनाओं के लिए अभी इंतजार और देखने की जरूरत है।
इस समय चक्रवात वायु उत्तर-उत्तरपश्चिम दिशा में ट्रैकिंग कर रहा है और अक्षांश 19 ° N और देशांतर 69.9 ° E पर केंद्रित है। जो मुंबई से लगभग 280 किमी पश्चिम और पोरबंदर से दक्षिणी दिशा में 340 किमी दुरी पर है। यह सिस्टम 15 किमी प्रति घंटा की गति से आगे बढ़ना जारी रखेगी।
इस प्रणाली की परिधि पहले से ही गुजरात तट पर पहुंच रही है। जिसके कारण, सौराष्ट्र के तटीय भागों पर तेज हवाओं के साथ हल्की बारिश शुरू हो गई है। स्काइमेट के अनुसार, रात के समय गरज के साथ बारिश तेज होने की उम्मीद है।
अगले दो दिनों तक वेरावल से ओखा तक भारी से अति भारी बारिश होने की संभावना है। द्वारका, जूनागढ़, नलिया और राजकोट जैसे स्थानों पर तेज़ हवाओं के साथ भारी बारिश की उम्मीद है।
Image Credit: Times of India
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