मानसून 2018 गुजरात के ज्यादातर हिस्सों से वापस हो चुका है और उम्मीद है की किसी भी समय राज्य से इसकी पूर्ण वापसी हो सकती है। इन दिनों यहां आसमान साफ है और पश्चिम / दक्षिण-पश्चिम दिशा से आ रही शुष्क और गर्म हवाओं की वजह से तापमान में लगातार इजाफा दर्ज हो रहा है।
सबसे ज्यादा गर्मी की मार कच्छ क्षेत्र के निवासियों को झेलनी पड़ रही है और यहां के कुछ इलाकों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंच चुका है। अक्टूबर के महीने को गुजरात के लिए 'दूसरे ग्रीष्म ऋतु का मौसम' कहा जाता है, क्योंकि मौसम की स्थिति आमतौर पर शुष्क और गर्म रहती है।
हालांकि आने वाले दिनों में मौसम में कुछ बदलाव की उम्मीद की जा सकती है, लेकिन बड़ा सवाल यह है, की यह बदलाव राहत भरा होगा, या इससे राज्य के निवासियों को परेशानी होगी? इसके लिए कुछ दिनों का इंतजार करना होगा।
स्काईमेट वेदर के मुताबिक, अरब सागर में एक संभावित चक्रवात उत्पन्न हो रहा है, जो अभी दक्षिणपूर्व अरब सागर पर चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र के रूप में मौजूद है। ऐसी संभावना है की यह 5 अक्टूबर तक निम्न दबाव के क्षेत्र को उत्प्रेरित कर सकता है और साथ ही डीप डिप्रेशन में तब्दील हो सकता है। अगले 48 घंटों में यह उष्णकटिबंधीय तूफान का रूप ले सकता है।
तब तक यह मौसमी प्रणाली मध्य अरब सागर तक पहुंच चुकी होगी। यदि ऐसा होता है, तो इस उष्णकटिबंधीय तूफान को 'चक्रवात लुबान' का नाम दिया जायेगा।
मौसमी प्रणाली की मौजूदा स्थिति को देखकर यह कहा जा सकता है की अभी इसके बारे में कोई भी भविष्यवाणी करना जोखिम भरा होगा। इसकी तीव्रता और इसकी दिशा के बारे में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। यहां से, या तो यह चक्रवाती तूफान, ओमान की तरफ आगे बढ़ जायेगा, या फिर वापस मुड़ कर गुजरात का रुख कर सकता है।
अगर यह सिस्टम ओमान के करीब जाता है, तो भी खतरा खत्म नहीं होगा, क्योंकि इस तूफान को तेज हवाओं का सामना करना होगा, जो इसे वापस गुजरात या पाकिस्तान, ले जा सकता है। यदि ऐसी स्थिति उत्पन्न होती है, तो ऐसा 12 अक्टूबर के आसपास होगा।
इसलिए, यदि यह प्रणाली ओमान की तरफ बढ़ती है, तो सिस्टम के परिधीय इलाकों में आने की वजह से 7 अक्टूबर तक राज्य के दक्षिणी और पूर्वी जिलों में हल्की या बहुत हल्की वर्षा होगी। इस दौरान आकाश में बादल छाये रहेंगे। गरज के साथ पड़ने वाली ये बौछारें थोड़ी देर तक ही रहेंगी और अलग-अलग इलाकों में देखने को मिलेंगी। ऐसा 8-10 अक्टूबर के बीच देखने को मिल सकता है। लेकिन इससे कच्छ क्षेत्र के लोगों को कोई राहत नहीं मिलेगी और इस इलाके का मौसम बहुत गर्म, सूखा और उमस भरा होगा।
हालांकि, यदि संभावित चक्रवात अपना रुख परिवर्तित करता है, तो गुजरात के कुछ हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। लेकिन इसके लिए अभी थोड़ा इंतजार करना और देखना होगा, तभी वास्तविक स्थिति का आंकलन किया जा सकता है।
Image Credit: Traveljee
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