[Hindi] भारत में साइक्लोन सीजन शुरू: साल 2020 का पहला डिप्रेशन जल्द बंगाल की खाड़ी पर हो सकता है विकसित

April 23, 2020 8:59 PM | Skymet Weather Team

भारत में आमतौर पर दो ऐसे मौके होते हैं जब चक्रवाती तूफान आने की संभावना रहती है। एक मॉनसून से पहले और दूसरा मॉनसून के बाद। आमतौर पर माना जाता है कि भारत में चक्रवाती तूफान का सीजन अप्रैल से शुरू होता है और नवंबर तक जारी रहता है। मुख्यतः इसी दौरान बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में चक्रवाती तूफान उठते हैं।

हालांकि कई बार ऐसा भी हुआ है जब अप्रैल से पहले मार्च में और नवंबर के बाद दिसंबर में भी चक्रवाती तूफान उठे हैं और भारत को प्रभावित भी किया है। साइक्लोन सीजन में अरब सागर की तुलना में बंगाल की खाड़ी ज्यादा सक्रिय रहती है। लेकिन पिछले साल यानी 2019 में बंगाल की खाड़ी की तरह ही अरब सागर में भी सक्रियता देखने को मिली थी।

अधिक चक्रवाती तूफान उठने का श्रेय मुख्य रूप से इंडियन ओषन डायपोल को दिया जा सकता है। जब इंडियन ओशन डायपोल (आई ओ डी) पॉजिटिव रहता है तब अरब सागर पर ज्यादा तूफान बनते हैं। जब आईओडी सकारात्मक होता है तब हिंद महासागर क्षेत्र का पूर्वी हिस्सा अधिक गर्म होता है।

Read in English: Month of May to commence with the formation of first depression of the year

यहां यह उल्लेखनीय है कि इंडियन ओषन डायपोल का अब तक का जो भी इतिहास रहा है उसमें यह 2019 में सबसे ज्यादा सक्रिय था। इसी वजह से अरब सागर में एक के बाद एक चक्रवाती तूफान बने। समुद्री तूफान उठने के लिए समुद्र की सतह का तापमान 27 डिग्री या उससे अधिक होना चाहिए।

इस समय आईटीसीजेड उत्तरी दिशा की तरफ बढ़ रहा है और समुद्र की सतह का तापमान ऊपर जाने लगा है। इसलिए हम उम्मीद कर रहे हैं कि अंडमान सागर पर मई महीने की शुरुआत में निम्न दबाव विकसित होगा और बाद में यह सिस्टम डिप्रेशन बन जाएगा। डिप्रेशन बनते समय यह सिस्टम उत्तर पूर्वी दिशा में आगे बढ़ते हुए बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्वी और इससे सटे अंडमान सागर पर पहुँच सकता है।

बंगाल की खाड़ी पर बनने वाले समुद्री तूफानों के इतिहास के आधार पर यह कहा जा सकता है कि बंगाल की खाड़ी के दक्षिण पूर्वी भागों पर अगर चक्रवाती तूफ़ान उठता है तो यह आमतौर पर पश्चिमी तथा उत्तर-पश्चिमी दिशा में आगे बढ़ता है और बंगाल की खाड़ी के मध्य में पहुंचने के बाद उत्तर-पश्चिमी दिशा में जाता है, जिसका लैंडफॉल आंध्र प्रदेश ओडिशा के तटों पर होता है।

यह भी उल्लेखनीय है कि कई बार भारत के तटीय भागों के करीब पहुंचने के बाद चक्रवाती तूफान उत्तर और उत्तर-पूर्वी या पूर्वोत्तर दिशा में मुड़ जाता है। यानी तूफान बांग्लादेश या म्यांमार की तरफ चला जाता है। संभावित डिप्रेशन चक्रवाती तूफान बनेगा कि नहीं अभी यह कहना जल्दबाजी होगा। अभी इंतजार करना चाहिए और जैसे ही मॉडल से और अधिक संकेत मिलेंगे हम आपको अपडेट करेंगे।

Image credit: Daily Mail

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