चक्रवात जवाद इस समय पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर है और ओडिशा तट के करीब पहुंच रहा है। इसका असर आंध्र प्रदेश के उत्तरी तट और ओडिशा के तटीय इलाकों में मध्यम से भारी बारिश के रूप में महसूस होना शुरू हो गया है। ओडिशा, उत्तरी आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल तट पर हवा की गति बढ़ गई है।
चक्रवात अब उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी की ओर बढ़ रहा है। समुद्र की सतह का तापमान कम हो रहा है, और विंड शियर बढ़ रही है। ये कारक चक्रवात को और तेज नहीं होने देंगे। दरअसल आज रात तक चक्रवात कमजोर पड़ने लगेगा।
दोपहर बाद तक चक्रवात उत्तर पूर्व दिशा की ओर मुड़ना शुरू कर देगा और ओडिशा तट के साथ आगे बढ़ेगा। यह 5 दिसंबर की दोपहर तक डीप डिप्रेशन के रूप में पुरी जिले के पास पहुंच सकता है। यह गंगीय पश्चिम बंगाल और बाद में दक्षिण बांग्लादेश की ओर अपनी यात्रा जारी रखेगी। जवाद 6 दिसंबर की सुबह तक गंगीय पश्चिम बंगाल में डिप्रेशन के रूप में पहुंच सकता है।
60 से 70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं 80-90 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती हैं, 5 दिसंबर तक ओडिशा और पश्चिम बंगाल तट पर संभव है। ओडिशा के गजपति, गंजम, खोरदा, भुवनेश्वर, पुरी, कटक, केंद्रपाड़ा, भद्रक और बालासोर में भी मध्यम से भारी बारिश संभव है।
4 दिसंबर को गंगीय पश्चिम बंगाल में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। 24 परगना, मेदिनीपुर, हावड़ा, बांकुरा, हुगली और कोलकाता जैसी जगहों पर बारिश हो सकती है। गंगीय पश्चिम बंगाल में 5 दिसंबर को बारिश की गतिविधियां काफी बढ़ जाएंगी।