[Hindi] ओड़ीशा के तटों पर बुलबुल कहर, पुरी, बालासोर सहित कई जिलों में अगले 24 घंटों तक होगी भीषण बारिश 

November 9, 2019 12:09 PM | Skymet Weather Team

Updated on November 9, 2019 at 11:30 AM ओड़ीशा के तटों पर बुलबुल कहर, पुरी, बालासोर सहित कई जिलों में अगले 24 घंटों तक होगी भीषण बारिश 

बंगाल की खाड़ी में बना तूफान बुलबुल अत्यंत भीषण चक्रवात बन चुका है। यह अब ओडिशा के काफी करीब पहुँच चुका है। ओडिशा पर यह तूफान अब हिट नहीं करेगा लेकिन ओडिशा के तटीय जिलों में पिछले 24 घंटों से भीषण वर्षा दे रहा है और तूफानी हवाएँ भी तटीय भागों में चल रही हैं।

पिछले चौबीस घंटों के दौरान ओडिशा के पारादीप में 164 मिलीमीटर की मूसलाधार वर्षा रिकॉर्ड की गई है। चांदबाली में भी 150 मिलीमीटर की भीषण वर्षा हुई है। बालासोर में 41 मिलिमीटर और पुरी में 10 मिलिमीटर की बारिश देखने को मिली है।

तूफान ओडिशा के उत्तरी तटीय भागों के करीब पहुँच कर उत्तर-पूर्वी दिशा में बढ़ेगा। उम्मीद है कि तूफान का लैंडफॉल पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश पर होगा। ओडिशा पर भले ही तूफान नहीं आएगा लेकिन ओडिशा को प्रभावित करता रहेगा।

भीषण तूफान ओडिशा के तटों के करीब से होकर गुज़र जाएगा ओडिशा पर अगले 24 घंटों तक तूफान बुलबुल का असर रहेगा। खासकर उत्तरी और उत्तरी तटीय ओडिशा के जिलों में इस दौरान के बाकी हिस्सों में खासकर पुरी, पारादीप, गोपालपुर, बालासोर, भद्रक और बारीपाड़ा में भी तूफानी हवाएं चलने और भारी वर्षा होने की आशंका है।

Updated on November 7, 2019 at 3:30 PM चक्रवाती तूफान बुलबुल ओड़ीशा के तटों पर कर सकता है तांडव, 15 ज़िले अलर्ट पर

बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्वी भागों पर चक्रवाती तूफान (साइक्लोनिक स्टॉर्म) बुलबुल विकसित हो गया है। अगले 24 घंटों के दौरान इसके भीषण चक्रवाती तूफान यानि सीवियर साइक्लोनिक स्टॉर्म बनने की संभावना है। यह तूफान अगले 48 घंटों के दौरान उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ेगा और ओडिशा के तट के करीब आ सकता है। हालांकि यह अब तक निश्चित नहीं हो सका है कि तूफान बुलबुल का लैंडफॉल कहाँ होगा।

ओड़ीशा के करीब आना लगभग तय है। इसके चलते आशंका जताई जा रही है ओड़ीशा के तटीय भागों में तूफानी हवाएँ चलेंगी और घने बादलों के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश भी देखने को मिलेगी। इन आशंकाओं को ध्यान में रखते हुए, राज्य सरकार ने ओडिशा के 15 जिलों को अलर्ट पर रखा है। बालासोर, भद्रक, केंद्रपाड़ा, जगतसिंहपुर, गंजम, पुरी, गजपति, कालाहांडी, बौध, कंधमाल और मलकानगिरी ओड़ीशा के तटीय ज़िले हैं और इन्हीं पर तूफान बुलबुल का सबसे अधिक प्रभाव रहने की आशंका है।

ओड़ीशा के आंतरिक जिलों पर तूफान बुलबुल की मार पड़ने की संभावना कम है। स्काईमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार साइक्लोनिक स्टॉर्म 'बुलबुल' 7 नवंबर की दोपहर तक ओड़ीशा के पारादीप से 700 किमी दक्षिण-पूर्व में था। इतना दूर होने के बावजूद तूफान बुलबुला के चलते आज से ही तटीय शहरों में बादल छाने और हवाओं के साथ बारिश होने की संभावना है। फिलहाल 40-50 किमी की तेज हवाएं चलेंगी। अगले 24 घंटों के दौरान हवा की रफ़्तार बढ़कर 60 किमी प्रति घंटे तक पहुँच सकती है।

English Version: 15 districts of Odisha put on alert as Cyclone Bulbul to give strong winds and rain

मौसम विशेषज्ञों के अनुसार अगले 24 घंटों के बाद, जब तूफान बुलबुल राज्य के करीब आ जाएगा तब बारिश की गतिविधियाँ बढ़ जाएंगी। तटीय ओड़ीशा का आसमान घने बादलों से ढँक जाएगा और मध्यम से भारी बारिश देखने को मिलेगी। तेज़ हवाएँ चलेंगी और 8 से 10 फीट तक ऊंची समुद्री लहरें उठेंगी।

Latest track of Cyclone 'Bulbul'

इस स्थिति को देखते हुए एहतियात बरते जाने की आवश्यकता है। आपको बता दें कि भारत में मॉनसून के बाद चक्रवातों का मौसम अक्टूबर से दिसम्बर के बीच का होता है। इस दौरान ना सिर्फ बंगाल की खाड़ी में बल्कि अरब सागर में भी एक के बाद एक तूफान बनते रहते हैं।

Image credit: India TV

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