उत्तर पश्चिमी भारत के कुछ हिस्सों में पिछले सप्ताह तापमान 40 डिग्री के आसपास देखा गया। दरअसल, 27 अप्रैल की शाम दिल्ली और एनसीआर, पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश और राजस्थान के आसपास के इलाकों में तेज सतही हवा के साथ गरज के साथ बौछारें पड़ीं।
एक पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालय पर बना हुआ है और एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र पाकिस्तान के मध्य भागों और इससे सटे राजस्थान, पश्चिमी हरियाणा के हिस्सों पर बना हुआ है। एक ट्रफ रेखा दिल्ली के दक्षिण तक फैली हुई है। हम तापमान में बहुत अधिक वृद्धि की उम्मीद नहीं करते हैं और वे 30 से 30 के मध्य में होंगे। लू की संभावना से इंकार किया है।
अगले सप्ताह के दौरान दिल्ली एनसीआर, पंजाब, हरियाणा, पश्चिम उत्तर प्रदेश और राजस्थान के कई हिस्सों में रुक-रुक कर बारिश और गरज के साथ बारिश की गतिविधियां जारी रहने की उम्मीद है। बारिश की गतिविधियां तापमान को नियंत्रण में रखेंगी। मई के कम से कम पहले 10 दिनों तक लू की वापसी नहीं होगी।
उत्तर पश्चिम भारत के अलग-थलग इलाकों में ओलावृष्टि की गतिविधियां भी देखी जा सकती हैं। 5 मई के बाद मौसम साफ होने लगेगा और तापमान में धीरे-धीरे बढ़ोतरी होगी।