फरवरी का महीना शुष्क मौसम और धीरे-धीरे बढ़ते तापमान के साथ शुरू हुआ। इन राज्यों में अधिकांश स्थानों का अधिकतम तापमान बिसवां दशा के मध्य में है और न्यूनतम तापमान 9 से 12 डिग्री के बीच है। मौसम की किसी भी महत्वपूर्ण गतिविधि की संभावना बहुत कम है।
हमें उत्तरी मैदानी इलाकों में व्यापक घने कोहरे की उम्मीद नहीं है। हालांकि कुछ इलाकों में सुबह के समय घना कोहरा छाया रह सकता है। चूंकि शुष्क उत्तर-पश्चिमी हवाएं इन राज्यों में चल रही हैं, इसलिए कोहरे की तीव्रता और अवधि अल्पकालिक होगी।
हमें फरवरी के पहले पखवाड़े तक तापमान के 30 डिग्री तक पहुंचने की उम्मीद नहीं है। न्यूनतम तापमान ज्यादातर दहाई अंक में रहेगा। हालांकि फरवरी किसी भी महत्वपूर्ण मौसम प्रणाली के अभाव में सबसे शुष्क महीनों में से एक नहीं है, हमें फरवरी के पहले छमाही के दौरान किसी भी बारिश की गतिविधि की उम्मीद नहीं है।
जनवरी और फरवरी के महीने के दौरान वर्षा ज्यादातर तीव्र पश्चिमी विक्षोभ के मद्देनजर एक प्रेरित चक्रवाती परिसंचरण के गठन के कारण होती है। लगातार दो पश्चिमी विक्षोभ के पश्चिमी हिमालय तक पहुंचने की उम्मीद है। पहला 5 से 6 फरवरी के बीच होगा और दूसरा 9 से 11 फरवरी के बीच होगा। लेकिन ये पश्चिमी विक्षोभ इतने मजबूत नहीं हैं कि उत्तरी मैदानी इलाकों को प्रभावित कर सकें।