उत्तर और उत्तर पश्चिम भारत में सुबह के समय अच्छी ठंडी की शुरुआत हो चुकी है। बीती रात में और बृहस्पतिवार की सुबह के समय दिल्ली और इसके आसपास के शहरों के साथ-साथ पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मौसम काफी ठंडा हो गया।
दिल्ली में 16 नवंबर को इस सीजन का सबसे कम न्यूनतम तापमान 10.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हालांकि बृहस्पतिवार को इसमें कुछ बढ़ोत्तरी हुई और दिल्ली के सफदरजंग मौसम केंद्र पर यह 11.5 डिग्री सेल्सियस रहा।
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों का आंकलन है कि उत्तर भारत के मैदानी राज्यों में उत्तर-पश्चिमी शुष्क और ठंडी हवाओं के प्रवाह में अगले कुछ दिनों तक किसी तरह के व्यवधान की संभावना फिलहाल नहीं है जिससे दिल्ली और इससे सटे शहरों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान में और कमी आने की संभावना है।
तापमान में गिरावट का क्रम देखते हुए इस बात के आसार हैं कि जल्द ही न्यूनतम तापमान घटते हुए 10 डिग्री सेल्सियस से भी नीचे पहुँच सकता है। तापमान गिरने और सर्दी में बढ़ोत्तरी होने के साथ ही सुबह के समय कोहरा छने की प्रबल संभावना होती है। लेकिन इस समय हवा काफी तेज़ है और वातावरण में नमी भी कम है जिससे फिलहाल कोहरा छाने के आसार कम हैं।
इस बीच एक नया पश्चिमी विक्षोभ 19 नवंबर तक पश्चिमी हिमालयी भागों तक पहुँच सकता है। उस दौरान हमारा अनुमान है कि हवा के रुख में कुछ परिवर्तन देखने को मिलेगा। हवाओं में बदलाव आने से मैदानी राज्यों के वातावरण में नमी बढ़ सकती है। जिसके चलते 19 नवंबर के बाद दिल्ली और एनसीआर में कुछ स्थानों पर धुंध, कुहासा और कोहरे का प्रभाव बढ़ता हुआ देखा जा सकता है।
हालांकि जब तक तापमान गिरकर 6-7 डिग्री तक नहीं पहुंचता और सुबह के समय आर्द्रता के स्तर में बढ़ोत्तरी नहीं होती तब तक घने कोहरे की संभावना नहीं होती है। फिलहाल इस सप्ताह के अंत तक दिल्ली में सर्दी का प्रभाव और बढ़ जाएगा।
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