उत्तर भारत के कई राज्यों में इस सप्ताह की शुरुआत से ही शीतलहर चल रही है। पहाड़ों से आ रही बर्फीली हवाएँ अब उत्तर प्रदेश और बिहार तक पहुँच चुकी हैं। उत्तर भारत के बाद अब पूर्वी राज्यों के तापमान में भी गिरावट हो रही है। पूर्वी भागों के तापमान में और कमी आने की संभावना है। सर्द हवाओं के प्रभाव से पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली-एनसीआर में भी पारा गिरने का क्रम लगातार जारी है।
पूर्वी भारत में पश्चिम बंगाल और ओड़ीशा के अलावा मध्य भारत में मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी सर्द हवाओं ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है और पारा गिरने लगा है। इन राज्यों में रात के तापमान में और गिरावट होने की संभावना है। राजस्थान के कुछ और इलाके भी शीतलहर की चपेट में आ गए हैं। हरियाणा के अधिकांश इलाके पहले से ही शीतलहर की चपेट में हैं। उत्तर प्रदेश के उत्तर-पश्चिमी भागों में तापमान और नीचे जाएगा।
मैदानी इलाकों में राजस्थान का सीकर सबसे ठंडा रहा। यहाँ गुरुवार को न्यूनतम तापमान गिरते हुए सामान्य से 6 डिग्री नीचे 3 डिग्री तक पहुँच गया। चुरू में भी सामान्य से 5 डिग्री कम 4.1 डिग्री रहा रात का तापमान। स्काइमेट के अनुसार किसी स्थान पर जब पारा 10 डिग्री से कम और सामान्य से 5 डिग्री नीचे हो तब शीतलहर की स्थिति मानी जाती है। इस समय उत्तर भारत के मैदानों से लेकर गंगा के मैदानी भागों में कई जगहों पर हालात शीतलहर के बने हुए हैं। एक नज़र उन स्थानों पर जहां सबसे कम रहा न्यूनतम तापमान।
दिल्ली, चंडीगढ़, जयपुर और लखनऊ जैसे कई स्थानों पर शीतलहर नहीं चल रही है लेकिन इन स्थानों पर भी तापमान सामान्य नीचे पहुँच गया है और 10 डिग्री से कम के स्तर पर रिकॉर्ड किया जा रहा है। वर्तमान हालात में जल्द बदलाव के संकेत नहीं हैं। मौसम विशेषज्ञों की मानें तो बर्फ से ढंके पहाड़ों से होकर आ रही सर्द हवाएँ पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और सटे पूर्वी तथा मध्य भारत के राज्यों में अगले 3-4 दिनों तक बनी रहेंगी और इसी तरह कड़ाके की ठंड जारी रहेगी।
स्काइमेट के प्रमुख मौसम विशेषज्ञ महेश पालावत का आंकलन है कि उत्तर भारत में 27-28 नवंबर को एक नया पश्चिमी विक्षोभ पहुँच सकता है जिसके चलते उत्तर-पश्चिमी ठंडी हवाओं की रफ्तार में ब्रेक लगेगी और तापमान में गिरावट का सिलसिला कुछ समय के लिए थमेगा। अनुमान है कि 28 नवंबर से तापमान में हल्की वृद्धि भी होगी जिससे कड़ाके की ठंड से कुछ राहत मिलेगी।
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