मध्य भारत में बीते कई दिनों से शीतलहर का प्रकोप जारी है। कई जगहों पर न्यूनतम तापमान सामान्य से नीचे दर्ज किया जा रहा है। पूर्वी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और विदर्भ के अधिकांश भागों में तापमान में कमी और शीतलहर जैसे हालात के चलते लोगों को तेज़ सर्दी का सामना करना पड़ रहा है। शीतलहर की वर्तमान स्थिति अगले 2 दिनों तक इसी तरह बनी रहेगी।
वर्तमान मौसमी परिदृश्य संकेत कर रहा है कि अगले 2 दिनों के बाद देश के मध्य हिस्सों पर शीतलहर से राहत मिलेगी। विदर्भ और उसके आसपास के भागों पर एक एंटी साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है। यह सिस्टम धीरे-धीरे दक्षिण-पूर्वी दिशा में आगे बढ़ेगा। यह सिस्टम नीचे जाने के साथ मध्य भारत के भागों पर अगले 2 दिनों के बाद गर्म और आर्द्र हवाओं का प्रवाह बढ़ा देगा।
यह कह सकते हैं कि मध्य भारत के भागों में लोगों को शीतलहर के चलते जो परेशानी हो रही है उसमें 2 दिनों के बाद कमी आ सकती है क्योंकि दो दिनों के बाद इन भागों में शीतलहर कम होने के आसार हैं। धीरे-धीरे न्यूनतम तापमान में कमी होगी और यह बढ़ते हुए सामान्य से कुछ ऊपर पहुँच जाएगा।
इस समय विदर्भ के कई हिस्सों में तापमान सामान्य से नीचे रिकॉर्ड किया जा रहा है। न्यूनतम तापमान गोंदिया में 7 डिग्री सेल्सियस, नागपुर में 6 डिग्री सेल्सियस, वर्धा और अकोला में 9 डिग्री सेल्सियस रहा। मध्य प्रदेश में भी कई जगहों पर पारा सामान्य से नीचे चला गया है। सिवनी में सुबह के समय तापमान 7 डिग्री रहा जबकि उमरिया में 3.8 और रीवा में 4.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। तापमान के यह आंकड़े सामान्य से लगभग 5 से 8 डिग्री सेल्सियस कम है।
मध्य भारत के हिस्सों में लोगों को दो दिनों तक तेज़ सर्दी से अपने आपको बचा कर रखना होगा और सावधानी बरतनी होगी जबकि दो दिनों के बाद स्थिति में सुधार देखने को मिलेगा।
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