राजस्थान के कुछ हिस्सों में अत्यधिक गर्म मौसम की स्थिति का अनुभव किया गया, जहाँ चूरू में 50.8 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। श्री गंगानगर भी बहुत पीछे नहीं था और इसका दिन का तापमान 49.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
इससे पहले 19 मई, 2016 को फलोदी ने देश भर में अब तक का सबसे अधिक तापमान देखा था जहां तापमान 51.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इस प्रकार, चूरू द्वारा दर्ज 50.8 डिग्री सेल्सियस दिन का तापमान भारत के इतिहास में दर्ज किया गया दूसरा सबसे अधिक अधिकतम तापमान था।
राजस्थान के विभिन्न स्थानों पर सर्वकालिक उच्च तापमान निम्नानुसार हैं- 10 मई, 1956 को अलवर में तापमान 50.6 ˚C देखा गया, 18 मई, 2016 को फलोदी में 50.5˚C, 19 मई, 2016 को चूरू में 50.2˚C, श्री गंगानगर में 14 जून 1934 को 50 ˚C और 3 जून, 1995 को धौलपुर में 50 ˚C दर्ज किया गया।
अब आने वाले चार से पांच दिनों में, राजस्थान के कुछ हिस्सों में भीषण गर्मी की स्थिति के साथ भारत के कई हिस्सों में हीट वेव की स्थिति बनी रहेगी, क्योंकि हम हवा की दिशा में किसी बदलाव की उम्मीद नहीं करते हैं। पश्चिम / उत्तर-पश्चिम दिशा से हवाएँ चलती रहेंगी जो गर्म और आर्द्र प्रकृति की होंगी, जिससे मौसम गर्म बना रहेगा।
हालांकि, कुछ जगहों पर धूल भरी आँधी की गतिविधियों तथा हल्की बारिश से इंकार नहीं किया जा सकता है। लेकिन चूंकि ये मौसम गतिविधियां प्री-मॉनसून बारिश होंगी, वे देर शाम के घंटों के दौरान होंगी और तापमान पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा।
इस प्रकार, हम कह सकते हैं कि राजस्थान के अधिकांश स्थानों पर तापमान उच्च -40 में बना रहेगा, जिससे राज्य के कुछ हिस्सों में लू और भीषण गर्मी की स्थिति बनी रहेगी। हालांकि एक पश्चिमी विक्षोभ के 3 जून के आसपास पश्चिमी हिमालय तक पहुंचने की उम्मीद है, लेकिन इसका असर केवल पंजाब तक ही महसूस किया जाएगा और राजस्थान में किसी भी महत्वपूर्ण मौसम गतिविधि की संभावना नहीं है।
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