उत्तर भारत के भागों में शीतलहर का प्रभाव फिर से बढ़ गया है। उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में इस साल क्रिसमस पर मौसम साफ और शुष्क रहेगा लेकिन ठंडी हवाओं का शिकंजा पंजाब और हरियाणा समेत कई राज्यों पर जारी रहेगा। सर्द हवाओं का असर फिर से उतरी राजस्थान और उत्तर प्रदेश के कई शहरों में देखने को मिलेगा। 25 दिसंबर, यानी क्रिसमस के दिन समूचे उत्तर पश्चिम भारत और गंगा के मैदानी इलाकों पर ठंडी हवाओं के कारण न्यूनतम तापमान में गिरावट भले होगी लेकिन दिन में आसमान साफ रहने के कारण धूप का प्रभाव रहेगा।
बीते 24 घंटों के दौरान पंजाब का मालवा क्षेत्र और हरियाणा का उत्तरी इलाका काफी सर्द रहा। इस दौरान फिरोजपुर, फरीदकोट, श्री मुक्तसर साहिब, लुधियाना और करनाल समेत कई जिलों में तापमान सामान्य से नीचे रिकॉर्ड किया गया। 5 डिग्री सेल्सियस से कम न्यूनतम तापमान के चलते हिसार और कुरुक्षेत्र में भी अच्छी सर्दी जारी है। पंजाब के औद्योगिक शहर लुधियाना में तापमान लगभग जमाव बिंदु के करीब पहुंच गया। यहां 24 दिसंबर को न्यूनतम तापमान 2.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि अमृतसर में 4.1 डिग्री सेल्सियस और जालंधर में 4 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया। यानी इन दोनों ठंडे शहरों की तुलना में मध्य शहर लुधियाना ज्यादा सर्द रहा।
इस बीच एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में 26 दिसंबर को पहुंचने वाला है लेकिन इसका प्रभाव पर्वतीय क्षेत्रों तक ही सीमित रहेगा। हालांकि इसके प्रभाव से पंजाब, हरियाणा और उत्तरी राजस्थान के भागों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र विकसित हो सकता है जो कि 28 दिसंबर तक बना रहेगा। उसके बाद आगे यह निकल जाएगा। इसके चलते 26 और 27 दिसंबर को पंजाब, हरियाणा, राजस्थान तथा दिल्ली-एनसीआर में आंशिक बादल छा सकते हैं। आंशिक बादलों के चलते ही न्यूनतम तापमान फिर से बढ़ते हुए सामान्य के करीब पहुंच सकता है।
इस दौरान मैदानी क्षेत्रों में कई जगहों पर घना कोहरा भी छा सकता है जिसके कारण धूप का असर कम होगा। जाहिर है दिन के तापमान में कुछ गिरावट दर्ज होगी। वर्तमान मौसम के आधार पर हमारा अनुमान है कि यही स्थितियां दिसंबर के आखिर तक यानि 2020 की विदाई तक बनी रहेंगी।
Image credit:
कृपया ध्यान दें: स्काइमेट की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी सूचना या लेख को प्रसारित या प्रकाशित करने पर साभार: skymetweather.com अवश्य लिखें।