दिल्ली में कई दिनों के बाद सुबह का तापमान व्यापक रूप में गिरा है। आज, 19 जनवरी को न्यूनतम तापमान 6.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो 11 जनवरी को दर्ज किए गए न्यूनतम तापमान 5.6 डिग्री सेल्सियस के आसपास है। दिन में भी सर्दी बढ़ गई है क्योंकि ठंडी हवाएँ अपना असर दिखा रही हैं।
उत्तर-पश्चिमी हवाओं में ठंडक इसलिए अधिक है क्योंकि इन हवाओं के साथ पहाड़ों पर जमा बर्फ की सर्दी भी साथ में आ रही है। आमतौर पर नवंबर से फरवरी के बीच कश्मीर से लेकर उत्तराखंड तक अच्छी बर्फबारी होती है। इस बार कई रिकॉर्ड टूटे हैं और बम्पर बर्फबारी देखने को मिली है। यही वजह है कि साल 2019-20 में सर्दी भी जमकर पड़ रही है।
English Version: Cold winds bring Winter chill back to Delhi, temperatures plunge to 6.2 degrees
राजधानी दिल्ली और एनसीआर में जनवरी के पहले पखवाड़े में अच्छी बारिश हुई है। अब मौसम शुष्क रहने की संभावना है। मौसम साफ होने के साथ ही उत्तर से आने वाली हवाएँ अगले 24 घंटों तक दिल्ली और एनसीआर में मध्यम से तेज़ रफ्तार में चलती रहेंगी जिससे 20 जनवरी तक कड़ाके की ठंडक की संभावना है।
आज अधिकतम तापमान 16 से 17 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है। कल इसमें कुछ वृद्धि हो सकती है। जबकि रात का तापमान कल भी 6 से 7 डिग्री सेल्सियस के बीच ही रहेगा।
प्रदूषण से राहत
जब भी तेज़ और शुष्क हवाएँ चलती हैं, प्रदूषण साफ हो जाता है। पिछले दिनों में हुई बारिश के कारण हवाओं में अधिक नमी बनी हुई थी जिससे प्रदूषण के कण हवा में ही निचले स्तर पर दिखाई दे रहे थे। अब हवा की रफ्तार बढ़ी है और अगले 24 घंटों तक तेज़ हवाएँ चलेंगी जिससे हम उम्मीद कर रहे हैं कि कम से कम अगले दो दिनों तक राजधानी दिल्ली के साथ-साथ नोएडा, गुरुग्राम, गाज़ियाबाद, फ़रीदाबाद में वायु गुणवत्ता सूचकांक बेहतर रहेगा।
हालांकि 20 जनवरी से एक नया पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालय को प्रभावित करेगा। इसके चलते 21 जनवरी से तापमान भी बढ़ेगा और प्रदूषण भी।
Image credit: Haregovind
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