देश के अधिकांश हिस्सों में जहां मॉनसून कमजोर है, वहीं छत्तीसगढ़ के भागों में जुलाई की पहली भारी मॉनसूनी बारिश दर्ज की गई है। सोमवार की सुबह 8:30 से मंगलवार की सुबह 8:30 तक 24 घंटों के दौरान जगदलपुर में 64 मिमी बारिश हुई। राजधानी रायपुर और पेंडरा में भी 21 मिमी वर्षा दर्ज की गई।
स्काइमेट के अनुसार बिहार से आंध्र प्रदेश तक एक ट्रफ रेखा बनी हुई है जो झारखंड और ओड़ीशा के ऊपर से गुज़र रही है। इस मौसमी गतिविधि के चलते राज्य के अधिकांश भागों में बारिश की गतिविधियां हो रही हैं। ताज़ा अनुमान के मुताबिक छत्तीसगढ़ में अगले 24 घंटों के दौरान भी मध्यम वर्षा जारी रहने की संभावना है।
जुलाई लगभग आधा बीत गया है और राज्य में मात्र 134 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है, जो राज्य की जुलाई में होने वाली 376.2 मिलीमीटर औसत वर्षा से अभी बहुत पीछे है। हालांकि बंगाल की खाड़ी में बन रहे एक नए मौसमी सिस्टम से राज्य में 18 जुलाई से बारिश की गतिविधियां फिर से बढ़ सकती हैं, जिससे राज्य में सामान्य बारिश का लक्ष्य हासिल होने की उम्मीद है।
हालांकि 13 जुलाई तक के आंकड़े अगर देखें तो मॉनसून की कम सक्रियता के बावजूद छत्तीसगढ़ में इस मॉनसून सीजन में औसत से 17 प्रतिशत अधिक बारिश दर्ज की जा चुकी है। इसमें सबसे अधिक योगदान जून माह में हुई अच्छी बारिश का है। जून में राज्य ने 258.3 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की जो जून की 182.5 मिलीमीटर की औसत से काफी अधिक बारिश है। जून में हुई इस मूसलाधार बारिश की वजह था बंगला की खाड़ी में विकसित हुआ डिप्रेशन, जिसने भारत में छत्तीसगढ़ के रास्ते ही प्रवेश किया था और राज्य को जमकर भिगोया था।
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