[Hindi] तेज़ उत्तर-पश्चिमी हवाओं ने तापमान पर लगाई लगाम

March 22, 2016 4:19 PM | Skymet Weather Team

दिल्ली और आसपास के भागों में बीते कुछ ही दिनों के दौरान मौसम के कई रूप और कई रंग देखने को मिले हैं। बेमौसम बारिश के बाद राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार की दोपहर से तेज़ हवाएँ चल रही हैं। पहाड़ों पर हुई बर्फबारी के बाद उत्तर-पश्चिम से आने वाली यह हवाएँ अपने साथ शीतलता भी ला रही हैं जिससे तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की गई है। रात का तापमान सोमवार से पहले जहां सामान्य से अधिक बना हुआ था, अब गिरकर सामान्य के स्तर पर आ गया है। मंगलवार को न्यूनतम तापमान दिल्ली के सफदरजंग में 17 डिग्री जबकि पालम में 15.1 डिग्री सेल्सियस रहा।

इससे पहले जम्मू-कश्मीर पर एक पश्चिमी विक्षोभ और इसके प्रभाव से मैदानी भागों में पंजाब और हरियाणा पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ था। जिससे इन भागों में हवा बहुत हल्की चल रही थी। इन दोनों सिस्टमों के उत्तर भारत से आगे निकल जाने के बाद से सामान्य तौर पर उत्तर-पश्चिमी हवाओं का प्रवाह बढ़ने लगा।

स्काइमेट के अनुसार निचली सतह पर चलने वाली इन हवाओं को धूल भरी हवाओं की शुरुआत भी समझा जा सकता है। यह समय दिल्ली के मौसम में उतार-चढ़ाव का समय है साथ ही प्री-मॉनसून सीज़न भी शुरू होने वाला है। इस अवधि में प्रायः तेज़ झोंकेदार हवाएँ चलती रहती हैं। इस समय दिल्ली में 20 से 25 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएँ चल रही हैं। हवा की गति कभी-कभी 35 किमी प्रति घंटे तक पहुँच रही है। अनुमान है कि अगले 24 से 36 घंटों के दौरान हवा इसी तरह बनी रहेगी।

उसके पश्चात एक नया पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालयी भागों के करीब आ जाएगा और इन भागों को प्रभावित करना शुरू करेगा। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से मध्य पाकिस्तान और उससे सटे राजस्थान पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र भी विकसित होगा। इन दोनों मौसमी सिस्टमों के आगे आने के बाद से हवा की गति कम हो जाएगी। मध्यम से भारी हवाओं के प्रभाव से प्रदूषण के स्तर में भी कमी आई है। उत्तर और उत्तर-पश्चिम से आने वाली हवाओं के चलते दिल्ली सहित उत्तर भारत के मैदानी भागों में वातावरण में नमी कम है जिससे प्रदूषण का स्तर घटा है।

Image credit: dailymail.co.uk

 

 

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