गंगीय पश्चिम बंगाल देश का एकमात्र ऐसा मौसम विभाग है जहाँ इस प्री-मॉनसून सीज़न (मार्च से मई) में 60 प्रतिशत से अधिक वर्षा रिकॉर्ड हुई है। इसके अलावा उप हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में भी अच्छी बारिश हुई है और इस समय यहां बारिश के आंकड़ों में केवल 2 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, 30 मार्च से उप हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में हल्की से मध्यम बारिश शुरू हो सकती है। जबकि, 1 और 2 अप्रैल को राज्य के मध्य और दक्षिणी जिलों में एक-दो स्थानों पर के साथ हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं। मौसम की यह गतिविधियां 2 अप्रैल तक जारी रहने के अनुमान हैं।
इन मौसमी सिस्टम के प्रभाव से एक ट्रफ रेखा उप हिमालयी पश्चिम बंगाल से लेकर सिक्किम और बंगाल की उत्तरी खाड़ी तक बनने की उम्मीद है। साथ हीं एक विपरीत चक्रवाती क्षेत्र के कारण पश्चिम बंगाल के साथ-साथ पूर्वोत्तर राज्यों में भी हवाओं में आद्रता का स्तर बढ़ने के अनुमान हैं।
Also Read In English : Kolkata, Jalpaiguri, Darjeeling to witness thundershowers, lightning March 30 onward
स्काईमेट के मौसम विज्ञानियों के अनुसार, बारिश की तीव्रता उप हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम पर ज्यादा नहीं होगी। इसके अलावा जलपाईगुड़ी, कूच बिहार, सिलीगुड़ी, दार्जिलिंग में हल्की से मध्यम बारिश देखने को मिल सकती है। जबकि 1 अप्रैल से 2 अप्रैल के बीच पश्चिम बंगाल के मध्य भाग जैसे मुर्शिदाबाद, बर्धमान, नादिया, बीरभूम और उत्तर 24 परगना में गरज के साथ हल्की बारिश की संभावना है। राज्य के दक्षिणी जिले जैसे कोलकाता, कोंताई और डायमंड हार्बर के इलाकों में भी हल्की बारिश की संभावना है।
3 अप्रैल तक, मुख्यतः बारिश के क्षेत्र से दूर होने की उम्मीद है। हालांकि इसक बाद भी कुछ समय के लिए राज्य में कुछ-एक जगहों पर हल्की बारिश जारी रह सकती है।
Image Credit: wittingworldyoutube
कृपया ध्यान दें: स्काइमेट की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी सूचना या लेख को प्रसारित या प्रकाशित करने पर साभार: skymetweather.comअवश्य लिखें।