बीते कुछ दिनों से बिहार के कई अधिकांश हिस्सों में मॉनसून मेहरबान है। कई जगहों पर भारी वर्षा हो रही है। भारी वर्षा के चलते बीते दिनों बारिश में मामले में काफी पीछे चल रहे बिहार में बारिश की कमी का आंकड़ा घटकर औसत से 14% कम के स्तर पर आ गया है। अगले कुछ दिनों तक राज्य के लोगों को मॉनसून इसी तरह से भिगोता रहेगा और मौसम सुहावना बना रहेगा।
रविवार की सुबह 8:30 बजे से बीते 24 घंटों के दौरान राज्य में हुई बारिश का उल्लेख करें तो राज्य में फोर्ब्स्गंज में सबसे अधिक 97.5 मिलीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई है। राजधानी पटना में भी 68.7 मिलीमीटर की भारी वर्षा हुई है। गया में 4.2 और भागलपुर में 2.7 मिलीमीटर वर्षा हुई।
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स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार बिहार और इससे सटे भागों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। इस सिस्टम से एक ट्रफ रेखा गंगीय पश्चिम बंगाल तक पहुँच रही है। इन मौसमी सिस्टमों के चलते बिहार में बारिश की गतिविधियां हो रही हैं और आगले 48 घंटों तक बिहार के कई इलाकों में मूसलाधार वर्षा जारी रहने की संभावना है। कहीं-कहीं अति भारी बारिश भी हो सकती है।
भोजपुर, बक्सर, दरभंगा, पूर्वी चंपारण, गया, गोपालगंज, जमूई, जहानाबाद, कटिहार, खगरिया, किशनगंज, लखीसराय, मधेपुरा, मधुबनी, मुंगेर, मुजफ्फरपुर, नालंदा, नवादा, अरुआ, अर्वाल, औरंगाबाद, बेगूसराय, पटना, पूर्णिया, रोहतास, सहरसा, समस्तीपुर, सारण, शेखपुरा, शिओहर, सीतामढ़ी, सिवान, सुपौल और वैशाली जिलों में मौसमी हलचल संभावित है।
इस मौसमी परिदृश्य के मद्देनज़र बिहार के उत्तरी जिलों में कुछ स्थानों पर बाढ़ जैसे हालात पैदा होने की आशंका है। बंगाल की खाड़ी से पर्याप्त मात्रा में आर्द्रता पूर्वी राज्यों विशेषकर बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश तक पहुँच रही है। इसके अलावा नेपाल में भी मॉनसून सक्रिय है। इस बीच नेपाल में हो रही भारी बारिश की गतिविधियां अगले 2-3 दिनों तक जारी रहेगी। इसके चलते नेपाल से नदियों में पहुँचने वाला व्यापक मात्र में बारिश का पानी बिहार में कई जगहों पर बाढ़ का कारण बन सकता है।
इस बीच राज्य में तापमान में गिरावट के चलते मौसम सुहावना बना हुआ है। अगले 2-3 दिनों तक पारा इसी स्तर पर बना रहेगा जिसके चलते मौसम सुहावना होगा।
Image credit: Deccan Chronicle
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