बिहार में बारिश में कमी आ गई है लेकिन बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। हिमालय के तराई क्षेत्रों में बनी हुई थी जिसके चलते ना सिर्फ बिहार में भीषण वर्षा हो रही थी बल्कि नेपाल में भी सप्ताहभर से बारिश हो रही थी। इसके चलते बिहार के सीमांचल क्षेत्रों में बाढ़ की चुनौती बनी हुई है। सूत्रों के अनुसार बिहार के 12 जिलों के 65 लाख से अधिक लोग बाढ़ की चपेट में हैं। मीडिया खबरों के अनुसार बिहार में हालिया बाढ़ के चलते अब तक 41 लोगों की मौत हो गई है।
इस बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 14 अगस्त को हैं। पूर्णिया, अररिया, किशनगंज और कटिहार के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया और राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा की। राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के सूत्रों के अनुसार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर चलाए जा रहे हैं। 250 से अधिक राहत राहत शिविर लगाए गए हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए 252 नौकाओं को लगाया गया है।
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राज्य के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने बताया, एक दर्जन से ज्यादा जिलों में आई अप्रत्याशित बाढ़ से निपटने के लिए केंद्र सरकार के सहयोग से राज्य सरकार पूरी तरह से प्रयासरत है। पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, सीतामढ़ी, दरभंगा और मधुबनी में भी अचानक बाढ़ का संकट पैदा हुआ है। लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की 22 और राज्य आपदा बल की 13 टीमें लगाई गई हैं। सेना को भी ज़िम्मेदारी सौपी गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री राजनाथ सिंह और रक्षामंत्री अरुण जेटली राज्य सरकार के संपर्क में के संपर्क हैं और स्थिति का जायज़ा ले रहे हैं। उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने बताया कि बाढ़ प्रभावित जिलों के सभी सरकारी अधिकारियों, कर्मचारियों और चिकित्सकों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। पटना स्थित बाढ़ नियंत्रण कक्ष के मुताबिक, कोसी और गंडक सहित बिहार की प्रमुख नदियों का जलस्तर बारिश कम होने के बाद भी बढ़ रहा है। नेपाल के बराह क्षेत्र में कोसी के जलस्तर में लगातार वृद्धि अभी भी हो रही है जिसके चलते बिहार में कोशी का और प्रकोप देखने को मिल सकता है।
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इस बीच बिहार के अधिकांश हिस्सों में अगले 17 अगस्त तक हल्की से मध्यम बारिश जारी रहने की संभावना है। इस दौरान पटना, गया, भागलपुर सहित कई इलाकों में बारिश दर्ज की जा सकती है। राहत की खबर है कि राज्य में भारी बारिश फिलहाल अगले कुछ दिनों तक नहीं होगी, लेकिन नदियों में बढ़ रहा जलस्तर प्रशासन और जनता के लिए संकट बना रहेगा। राज्य के सभी भागों में 17 अगस्त के बारिश कम हो जाएगी।
Image credit: The Indian Express
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