भारत में इस वर्ष दक्षिण-पश्चिम मॉनसून का सबसे अच्छा प्रदर्शन मध्य प्रदेश में रहा। मध्य प्रदेश में अगस्त और सितम्बर महीने में लगातार मॉनसूनी बारिश हुई जिससे राज्य में वर्षा के आंकड़े सामान्य से काफी ऊपर पहुँच गए। इस समय भी जहां देश के कई इलाकों में बारिश में कमी हो रही रही है वहीं मध्य प्रदेश में आने वाले समय में कई जगहों पर अच्छी मॉनसूनी बारिश के लिए परिस्थितियाँ अनुकूल बनी हुई हैं।
इस समय छत्तीसगढ़ और उसके आसपास के भागों पर एक मौसमी सिस्टम चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र के रूप में मौजूद है। अनुमान है कि यह सिस्टम धीरे-धीरे पश्चिमी दिशा में बढ़ेगा जिससे मध्य प्रदेश में कई जगहों पर बारिश में बढ़ोत्तरी देखने को मिलेगी। इस बीच पूर्वी उत्तर प्रदेश से उत्तर-पूर्वी मध्य प्रदेश तक एक ट्रफ भी विकसित हो गई है। इन मौसमी सिस्टमों के प्रभाव से पूर्वी मध्य प्रदेश में कई जगहों पर बारिश की गतिविधियां देखने को मिलेंगी जबकि पश्चिमी मध्य प्रदेश में कुछ स्थानों पर वर्षा दर्ज की जाएगी।
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार मध्य प्रदेश के दक्षिणी और दक्षिण-पूर्वी भागों में भी अधिकांश स्थानों पर हल्की वर्षा हो सकती है। इन भागों में एक-दो जगहों पर भारी बारिश होने के भी आसार हैं। हालांकि बारिश का प्रभाव राज्य के उत्तरी भागों और उत्तर-पूर्वी भागों में कम रहेगा। उत्तर-पूर्वी इलाकों में छिटपुट वर्षा की ही संभावना है।
बीते 24 घंटों के दौरान भी मध्य प्रदेश के कई इलाकों में अच्छी बारिश हुई है। रीवा में 70 मिलीमीटर, खंडवा में 33, सतना में 27, जबलपुर में 10 और भोपाल में 8 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। वर्तमान मौसमी परिदृश्य संकेत कर रहा है कि मध्य प्रदेश के कई भागों में बारिश की गतिविधियां जारी रहेंगी। अब तक के बारिश के आंकड़ों के अनुसार पूर्वी मध्य प्रदेश में सामान्य से 18 फीसदी अधिक जबकि पश्चिमी मध्य प्रदेश में सामान्य से 19 प्रतिशत अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई है।
Image credit: Indianexpress
कृपया ध्यान दें: स्काइमेट की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी सूचना या लेख को प्रसारित या प्रकाशित करने पर साभार: skymetweather.com अवश्य लिखें।