बंगाल की खाड़ी पर सितंबर महीने का पहला मॉनसून सिस्टम 13 सितंबर को विकसित हुआ। खाड़ी के मध्य-पश्चिमी भागों पर आंध्र प्रदेश के तटीय क्षेत्रों के पास विकसित हुआ यह सिस्टम पश्चिमी और उत्तर पश्चिमी दिशा में आगे बढ़ रहा है। धीमी गति से आगे बढ़ते हुए अगले कुछ दिनों के दौरान यह निम्न दबाव आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और महाराष्ट्र को रूप से प्रभावित करेगा।
कर्नाटक के उत्तरी आंतरिक क्षेत्रों, गुजरात के दक्षिणी और पूर्वी हिस्सों और दक्षिण मध्य प्रदेश पर भी इसका प्रभाव देखने को मिलेगा। इन भागों में भी बारिश होने की संभावना है। इसके प्रभाव से देश के दक्षिणी और मध्य भागों के कई राज्यों में व्यापक मानसून वर्षा होने की संभावना है। आंध्र प्रदेश में पहले से ही बारिश हो रही है और आज भी भारी वर्षा कुछ स्थानों पर जारी रहने की संभावना है। दूसरी ओर तेलंगाना में 14 से शुरू हुई बारिश 16 सितंबर तक जारी रहेगी।
English Version: Low pressure area moves inland, widespread rains over Andhra Pradesh, Telangana, and Maharashtra
मध्य प्रदेश पर इस सिस्टम का असर कल से दिखेगा और 18 सितंबर तक जारी रहेगा। जबकि गुजरात में भी 16 से 18 सितंबर के बीच व्यापक वर्षा होने की संभावना है। सबसे ज्यादा प्रभावित होगा महाराष्ट्र जहां पर 14 सितंबर से ही इसके प्रभाव से घने बादल आ चुके हैं और बारिश शुरु हो गई है। उम्मीद है कि 18 सितंबर तक महाराष्ट्र के मराठवाड़ा और मध्य महाराष्ट्र क्षेत्र में कई स्थानों पर मध्यम से भारी मॉनसून वर्षा देखने को मिलेगी।
निम्न दबाव का क्षेत्र 18 सितंबर के बाद कमजोर हो जाएगा और वर्षा में कमी आ जाएगी। लेकिन सभी प्रभावित भागों में 19 और 20 सितंबर को भी कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम मॉनसूनी बौछारें जारी रह सकती हैं। देशभर में दीर्घावधि औसत वर्षा इस समय 107% पर है। इस सप्ताह संभावित बारिश के चलते इसमें और वृद्धि हो सकती है। सितंबर में भी अब तक हुई सामान्य से कम वर्षा की भरपाई इस सप्ताह कुछ हद तक होने की संभावना है।
इस सिस्टम का प्रभाव उत्तर भारत के भागों पर नहीं दिखेगा। अगले 3 दिनों के दौरान उत्तर भारत के भागों में बारिश की संभावना फिलहाल नहीं है। हालांकि मॉनसून ट्रफ कभी दक्षिणावर्ती तो कभी उत्तरवर्ती होती रहेगी और दक्षिण पूर्वी हवाएं चलती रहेंगी जिससे राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत उत्तर भारत के मैदानी और पहाड़ी राज्यों पर अचानक गरज वाले बादल बन सकते हैं और छिटपुट जगहों पर हल्की वर्षा भी हो सकती है।
इस बीच एक नया मॉनसून सिस्टम बंगाल की खाड़ी में म्यांमार की तरफ से प्रवेश कर सकता है। 18 सितंबर के आसपास इसके बंगाल की खाड़ी में पहुंचने की संभावना है। आगामी सिस्टम वर्तमान सिस्टम से ज्यादा प्रभावी होगा और इसके कारण देश के कई राज्यों में फिर से मॉनसून वर्षा बढ़ जाएगी। हालांकि इसका ट्रैक क्या होगा यह अभी स्पष्ट नहीं है। इस बारे में स्काइमेट की लगातार निगरानी जारी है और आगे अपडेट किया जाएगा।
Image credit: India TV
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