राजस्थान के कई हिस्सों में पिछले 24 घंटों के दौरान बेमौसम बारिश की गतिविधियां दर्ज हुई है। जबकि, इस दौरान राजस्थान के दक्षिण-पश्चिमी भागों में मध्यम से भारी वर्षा रिकॉर्ड हुई है। इसके अलावा, राज्य के उत्तर-पश्चिमी भागों में भी अलग-अलग स्थानों पर हल्की बारिश देखने को मिली है।
पिछले 24 घंटों में हुई रिकॉर्डतोड़ बारिश
आंकड़ों के मुताबिक, बाड़मेर में पिछले 24 घंटों के दौरान 58 मिमी की भारी बारिश दर्ज हुई है। बाड़मेर के लिए यह बारिश पिछले 10 सालों में नवंबर के महीने में दर्ज की गई सबसे अधिक वर्षा है। दूसरे शब्दों में हम यह भी कह सकते हैं, कि बाड़मेर में पिछले 10 वर्षों में लगभग शून्य बारिश हुई है। इसके अलावा, फलोदी में भी 30 मिमी तथा जैसलमेर में 2 मिमी, बीकानेर में 1 मिमी और श्री गंगानगर में हल्की बारिश दर्ज की गई।
इसे भी पढ़ें: राजस्थान में हो रही बेमौसम बारिश, अगले कुछ दिनों तक जारी रहने का अनुमान
आमतौर पर, राजस्थान के दक्षिण-पश्चिमी भागों का मौसम नवंबर नवंबर के महीने में लगभग शुष्क ही बना रहता है।
राजस्थान में क्यूँ हो रही है बेमौसम बारिश
यह बारिश राजस्थान के उत्तर में मौजूद एक पश्चिमी विक्षोभ तथा दक्षिण पश्चिम राजस्थान पर बने चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र के कारण हो रही है। इसके अलावा, राजस्थान में तेज हवाएँ और दक्षिण-पूर्वी हवाएं भी नमी को बढ़ा रही है। यह सभी मौसम प्रणालियों के संयुक्त प्रभाव से ही राजस्थान में बेमौसम मध्यम से भारी बारिश रिकॉर्ड हो रही है।
क्या कहते हैं मौसम विशेषज्ञ
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि, राजस्थान के बाड़मेर, जैसलमेर, जोधपुर और बीकानेर के साथ-साथ जालोर के कुछ हिस्सों में कल यानि 15 नवंबर तक गरज के साथ अच्छी बारिश होने की उम्मीद है।
इसे भी पढ़ें: राजस्थान के इन जगहों पर अगले 2 से 3 दिनो के दौरान बारिश और ओला वृष्टि की संभावना
जल्द राहत की संभावना
इसके बाद, पश्चिमी विक्षोभ और साथ ही इससे प्रेरित चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दूर हो जाएगा। इसके अलावा, हवा भी पश्चिम दिशा से चलने लगेंगी जिसके साथ ही अरब सागर से आने वाली नमी भी दूर हो जाएगी।
English Version: Barmer in Rajasthan records unusual November rains after a decade
राजस्थान का मौसम 16 नवंबर से साफ होने लगेगा। दिन का तापमान जो कि कम हो गई है उसमें एक बार फिर वृद्धि दर्ज की जाएगी। इसके अलावा, उत्तर से बर्फीली ठंडी हवाओं के शुरू होने के कारण 16 नवंबर और 17 नवंबर से न्यूनतम तापमान भी दो से तीन डिग्री कम हो जाएगा।
Image credit: Patrika
कृपया ध्यान दें: स्काइमेट की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी सूचना या लेख को प्रसारित या प्रकाशित करने पर साभार: skymetweather.com अवश्य लिखें।