उत्तर भारत के दो प्रमुख मैदानी राज्यों पंजाब और हरियाणा में एक बार फिर से बारिश के लिए मौसम अनुकूल होने के संकेत मिल रहे हैं। स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार 10 जनवरी को एक नया पश्चिम विक्षोभ जम्मू कश्मीर के पास पहुँचने वाला है। इसके चलते मैदानी इलाकों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र विकसित होगा जिससे मैदानी राज्यों में बारिश देखने को मिलेगी। उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में जहां बारिश होगी वहीं पश्चिमी विक्षोभ पहाड़ों पर 10 से 13 जनवरी के बीच अच्छी बारिश और बर्फबारी देगा।
इस बीच दोनों राज्यों में 5 और 6 जनवरी को रुक-रुक कर बारिश रिकॉर्ड की गई थी। इसके बावजूद आंकड़ों में अगर देखें तो इन सर्दियों में पंजाब और हरियाणा में बारिश में व्यापक कमी बनी हुई है। नए साल में भी कोई खास सुधार नहीं हुआ और 1 जनवरी से 8 जनवरी के बीच पंजाब में सामान्य से 71 प्रतिशत कम और हरियाणा में 50 प्रतिशत कम वर्षा हुई है। इससे पहले भी मॉनसून 2018 में दोनों राज्यों में बारिश कम हुई और मॉनसून की विदाई के बाद भी अक्टूबर से दिसम्बर के बीच जल देव की मेहरबानी दोनों राज्यों पर नहीं हुई।
उम्मीद है कि गुरुवार से जब मौसम बदलेगा तब बारिश में कमी की कुछ भरपाई होगी। उत्तर में आने वाले पश्चिमी विक्षोभ के चलते एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र पंजाब और आसपास के भागों पर 10 जनवरी को विकसित होगा। इन्हीं सिस्टमों के कारण 10 से 12 जनवरी के बीच बादल छाए रहेंगे और 11 और 12 जनवरी को बारिश होगी। हालांकि बारिश की हलचल पंजाब के ज़्यादातर शहरों में देखने को मिलेगी जबकि हरियाणा के कुछ ही इलाकों में वर्षा देखने को मिलेगी। फिलहाल दोनों राज्यों में तापमान सामान्य के आसपास बना रहेगा।
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