उत्तर भारत के भागों में एक नया पश्चिमी विक्षोभ फिर से दस्तक देने वाला है और इस सिस्टम के कारण पर्वतीय क्षेत्रों में जम्मू-कश्मीर, गिलगित-बालटिस्तान, मुजफ्फराबाद से लेकर लद्दाख, हिमाचल और उत्तराखंड तक वर्षा की गतिविधियां देखने को मिलेंगी। लेकिन यह सिस्टम मैदानी इलाकों में पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश या फिर मध्य प्रदेश के उत्तरी भागों में कोई मौसमी हलचल नहीं देगा।
इन सभी भागों में मौसम मुख्यतः साफ और शुष्क रहने की संभावना है। वर्तमान समय में पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पाकिस्तान पर पहुंच चुका है और उम्मीद है कि आज रात यानी 27 मार्च की रात तक यह पश्चिमी हिमालयी राज्य जम्मू-कश्मीर के करीब आ जाएगा और आज रात से ही कुछ इलाकों में खासकर जम्मू कश्मीर, गिलगित बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद में कहीं-कहीं हल्की बरसात शुरू हो जाएगी। कह सकते हैं कि मौसम आज रात से ही बदल जाएगा और कल से मौसमी सिस्टम उत्तर भारत के पहाड़ों पर बीचो-बीच होगा और इसका प्रभाव बढ़ जाएगा।
उम्मीद है कि 3 दिनों के दौरान गतिविधियां देने वाला यह मौसम सबसे ज्यादा सक्रिय 28 मार्च को रहेगा और 28 मार्च को कटरा स्थित वैष्णो देवी समेत श्रीनगर, गुलमर्ग, पहलगाम समेत जम्मू कश्मीर के लोकप्रिय पर्यटक स्थलों, हिमाचल प्रदेश में शिमला, धर्मशाला, लाहौल-स्पीति, चंबा और उत्तराखंड में उत्तरकाशी, यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ, बद्रीनाथ समेत उत्तरी इलाकों में कई जगहों पर वर्षा और बर्फबारी होगी।
अधिक वर्षा की संभावना जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में है। उत्तराखंड के कुछ इलाकों को छोड़कर ज्यादातर जगहों पर मौसम साफ और शुष्क रहेगा। हम कह सकते हैं कि हरिद्वार, ऋषिकेश, देहरादून यानी जो दक्षिणी और तराई वाले जिले हैं उन भागों में बारिश या बर्फबारी जैसी गतिविधियां देखने को फिलहाल नहीं मिलेंगी।
29 मार्च को मौसमी हलचल पहाड़ों पर भी काफी कम हो जाएगी। लेकिन कुछ इलाकों में रुक रुक कर कहीं हल्की और कहीं मध्यम वर्षा या हिमपात जारी रहने के आसार हैं। 30 मार्च से समूचे पहाड़ी क्षेत्र में मौसम साफ होने की संभावना है। दूसरी तरफ होली के दौरान पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश, राजस्थान के सभी शहरों में मौसम साफ और शुष्क बना रहेगा। साथ ही दिल्ली एनसीआर समेत मैदानी शहरों में पारा बढ़ते हुए 38 डिग्री के करीब हो सकता है, जिससे काफी अच्छी गर्मी समय से पहले फिर दस्तक देगी।
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