उत्तर भारत में इस साल सामान्य से काफी अधिक वर्षा हो रही है। प्री-मॉनसून सीजन में 1 मार्च से लेकर 10 अप्रैल के बीच देश के उत्तरी क्षेत्रों में सामान्य से तकरीबन 55% ज्यादा बारिश हुई है। इसमें जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, लद्दाख, उत्तराखंड से लेकर मैदानी भागों में पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान और उत्तर प्रदेश सभी जगहों पर बारिश का आंकड़ा सामान्य से ऊपर रहा है।
फिलहाल उत्तर भारत के राज्य में मौसम साफ और शुष्क है। अगले 24 से 48 घंटों के दौरान शुष्क मौसम जारी रहने की संभावना है। हालांकि इस दौरान भी एक-दो स्थानों पर धूल भरी आंधी चलने या बादलों की गर्जना जैसी घटनाएं होने की संभावना से इनकार नहीं कर सकते।
13 अप्रैल से होगी बारिश
12 अप्रैल की रात में या 13 अप्रैल की सुबह तक एक नया और प्रभावी पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में जम्मू कश्मीर के पास पहुंचेगा। इस सिस्टम के चलते अनुमान है कि उत्तर भारत के पर्वतीय राज्यों और मैदानी क्षेत्रों में कई स्थानों पर दो-तीन दिनों तक प्री-मॉनसून वर्षा के लिए मौसम अनुकूल बनेगा।
पहाड़ों पर बारिश का लंबा दौर
जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, लद्दाख और उत्तराखंड में 13, 14 और 15 अप्रैल को कई जगहों पर बादलों की गर्जना के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। इस दौरान श्रीनगर, गुलमर्ग, कुलगाम, पहलगाम, पुलवामा, जम्मू, उधमपुर, धर्मशाला, शिमला, उना, चंबा, देहरादून, ऋषिकेश हरिद्वार और लेह समेत अनेक इलाकों में वर्षा के आसार हैं।
मैदानी इलाकों में फिलहाल 13 अप्रैल को कुछ स्थानों पर हल्की वर्षा देखने को मिल सकती है। इस दौरान पंजाब, हरियाणा, उत्तरी राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 13 और 14 अप्रैल को बादल छाए रहेंगे और रुक-रुक कर बादलों की गर्जना के साथ तेज आंधी चलने या गरज के साथ वर्षा होने की संभावना है।
दिल्ली-एनसीआर में भी होगी बारिश
दिल्ली-एनसीआर में भी 13 अप्रैल कुछ स्थानों पर गरज के साथ हवाएं चलने और वर्षा होने के आसार नजर आ रहे हैं। 14 अप्रैल को मैदानी इलाकों में गतिविधियां कम हो जाएंगी और अधिकांश जगहों पर मौसम शुष्क हो जाएगा। लेकिन कुछ स्थानों पर गर्जना और आँधी के साथ बूँदाबाँदी के आसार बने रहेंगे।
मौसम में इस बदलाव के चलते एक बार फिर से उत्तर भारत के मैदानी राज्यों में दिन के तापमान में गिरावट आएगी। तापमान में जो वृद्धि शुरू हुई थी उसमें ब्रेक लग जाएगी और आने वाले कुछ दिनों तक अधिकतम तापमान सामान्य से नीचे बना रहेगा।
दूसरी ओर पर्वतीय राज्यों में कम से कम अगले 1 सप्ताह के लिए बारिश की संभावना है। आगामी सिस्टम के बाद 17 अप्रैल को फिर से एक नया और प्रभावी सिस्टम के उत्तर भारत में आने की संभावना दिखाई दे रही है। इसके चलते 17 अप्रैल से फिर से पहाड़ों पर तेज वर्षा हो सकती है।
Image credit: National Herald
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