पंजाब और हरियाणा में बीते लंबे समय से अच्छी बारिश का इंतज़ार बना हुआ है। खासतौर पर अगस्त दोनों राज्यों के लिए बारिश के लिहाज़ से अच्छा नहीं रहा है। इस बीच पंजाब और हरियाणा के लिए अच्छी खबर है। उत्तरी भारत के इन दोनों मैदानी राज्यों में जल्द ही मौसम करवट लेगा और कुछ इलाकों में अच्छी बारिश देखने को मिलेगी।
मॉनसून की अक्षीय रेखा इस समय गुजरात से राजस्थान और उत्तर प्रदेश होते हुए पूर्वी भारत में पहुँच रही है। बीते कुछ समय से मध्य भारत में बन रहे सक्रिय मौसमी सिस्टमों की गिरफ्त में बनी हुई थी मॉनसून ट्रफ। गौरतलब है कि इस समय भी गुजरात पर एक गहरे निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है, जो जल्द ही कमजोर होगा और अरब सागर की ओर निकल जाएगा। इसके चलते मॉनसून का पश्चिमी सिरा तेज़ी से आगे बढ़ेगा और उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में पहुंचेगा।
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स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार कल से उत्तर भारत में आर्द्र हवाओं का प्रवाह बढ़ने से मौसम बदलेगा। अनुमान है कि पंजाब और हरियाणा सहित उत्तर-पश्चिम भारत में कल से मॉनसूनी बारिश शुरू हो सकती है। मॉनसून ट्रफ आगे बढ़ते हुए हिमालय के तराई क्षेत्रों में पहुंचेगी जिसके चलते अगले 2-3 दिनों तक दोनों राज्यों में वर्षा की गतिविधियां जारी रह सकती हैं। पंजाब व हरियाणा में गरज और वर्षा वाले बादलों की ताज़ा स्थिति जानने के लिए नीचे दिए गए मैप पर क्लिक करें।
पंजाब और हरियाणा में अगस्त की विदाई और सितंबर की अगवानी मॉनसून वर्षा के साथ होगी, यानि दोनों राज्यों में 31 अगस्त से 2 सितंबर तक वर्षा होने की संभावना है। इस दौरान अमृतसर, चंडीगढ़, अंबाला, लुधियाना, पटियाला, करनाल, फ़रीदाबाद और गुरुग्राम में अच्छी बारिश दर्ज की जा सकती है।
इन भागों में यह दौर मॉनसून वर्षा का आखिरी दौर हो सकता है क्योंकि 1 सितंबर से पश्चिमी राजस्थान से मॉनसून की वापसी भी शुरू हो सकती है। हालांकि मॉनसून की वापसी के बाद भी उत्तर भारत के मैदानी राज्यों में पश्चिमी विक्षोभ के चलते अंतराल पर बारिश देखने को मिल सकती है।
Image credit: The Indian Express
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