उत्तर प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में बीते कई दिनों से मौसम शुष्क बना हुआ है और लोगों गर्मी तथा उमस से बुरा हाल हो रखा है। ऐसा इसलिए है क्योंकि उत्तर प्रदेश के ऊपर या आस-पास कोई भी मॉनसून सिस्टम नहीं है। मॉनसून की अक्षीय रेखा भी बीते कुछ दिनों से मध्य भारत में बनी हुई है। हालांकि राज्य में बंगाल की खाड़ी से उठने वाली पूर्वी आर्द्र हवाएँ लगातार बनी हुई हैं, जिसके कारण लोगों को तेज धूप और चिलचिलाती गर्मी के अलावा उमस का भी सामना करना पड़ रहा है।
इस स्थिति में अगले 2 दिनों तक बदलाव की उम्मीद बहुत कम है। हालांकि बीच-बीच में कहीं आंशिक तो कहीं घने बादल विकसित हो रहे हैं, लेकिन इन बादलों से अच्छी बारिश की उम्मीद फिलहाल नहीं की जा रही है। इस समय पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई शहरों पर मॉनसूनी बादल बने हुए हैं जिससे अगले 12 घंटों के दौरान कुछ शहरों में थोड़े समय के लिए बारिश का झोंका आ सकता है। गरज और वर्षा वाले बादलों की ताज़ा स्थिति जानने के लिए नीचे दिए गए मैप पर क्लिक करें।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार आगरा, अलीगढ़, औरैया, बांदा, बहराइच, बाराबंकी, बरेली, बुलंदशहर, एटा, इटावा, मैनपुरी, फैजाबाद, फररुखाबाद, फिरोजाबाद, गोंडा, हरदोई, ज्योतिबा फुले नगर, कन्नौज, कानपुर, लखीमपुर खीरी, लखनऊ, मुरादाबाद, पीलीभीत, रामपुर, संभल, शाहजहांपुर, श्रवस्ती, सीतापुर और उन्नाव में अगले 12 घंटों के दौरान थोड़े समय के लिए गरज के साथ बौछारें गिर सकती हैं।
स्काईमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार अधिक तापमान और उच्च स्तर की आर्द्रता ही प्रमुख कारण है जिससे बारिश के लिए स्थिति अनुकूल बन सकती है। उत्तर प्रदेश के ज्यादातर शहरों में इस समय अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस के आसपास चल रहा है। राज्य में आर्द्रता भी काफी अधिक है। अधिकांश शहरों में अधिकतम आरएच 90% और न्यूनतम आरएच 60% के आसपास रिकॉर्ड की जा रही है। अधिक तापमान और अधिक आर्द्रता के कारण मौसम बेहद असहनीय हो जाता है। हालांकि यही स्थिति इस समय बारिश की राहत भी ला सकती है।
Image credit: Livemint
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