पूर्वी भारत के भागों में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून सक्रिय बना हुआ है। पश्चिम बंगाल के गंगीय क्षेत्रों और इससे सटे झारखंड पर एक निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ था, जो और प्रभावी होते हुए गहरे निम्न दबाव के क्षेत्र के रूप में तब्दील हो गया है। अगले 24 से 36 घंटों तक इस सिस्टम की वर्तमान क्षमता बनी रहेगी जिसके चलते पूर्वी भारत के राज्यों में मूसलाधार वर्षा जारी रहने की संभावना है।
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार गहरे निम्न दबाव के क्षेत्र को बंगाल की खाड़ी से पर्याप्त नमी मिल रही है। इसकी वर्तमान क्षमता को देखते हुए अनुमान है कि पूर्वी भारत के राज्यों में अगले 24 से 48 घंटों तक घने मॉनसूनी बादल छाए रहेंगे और कई जगहों पर मूसलाधार वर्षा दर्ज की जाएगी। मौसमी सिस्टम इस समय पश्चिम बंगाल और इससे सटे झारखंड पर है।
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झारखंड में जमशेदपुर, रांची, डाल्टनगंज सहित अधिकतर हिस्सों में अगले 24 से 36 घंटों तक भीषण मॉनसून वर्षा होने की संभावना है। इसी दौरान दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश में कानपुर, इलाहाबाद, वाराणसी, मिर्ज़ापुर, कौशांबी, जौनपुर, आजमगढ़ सहित कई इलाकों में भारी से अति भारी वर्षा हो सकती है। अगले 24 से 36 घंटों में इन भागों में वर्षा में कमी आने के आसार हैं।
मॉनसून सिस्टम उत्तर-पूर्वी मध्य प्रदेश में भी भारी बारिश देगा। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार अगले 24 घंटों तक मध्य प्रदेश के रीवा, छतरपुर, सतना, कटनी, जबलपुर और खजुराहो में कई जगहों पर मध्यम से भारी वर्षा होने के आसार हैं। इन भागों में 26 जुलाई से बारिश में कमी आएगी।
पश्चिम बंगाल पर बने गहरे निम्न दबाव का प्रभाव पश्चिम बंगाल के गंगीय भागों में भी देखने को मिलेगा। कोलकाता सहित खड़गपुर, बांकुरा और पुरुलिया सहित पश्चिम बंगाल के कई इलाकों में भारी वर्षा होने की संभावना है। इन भागों में अगले 24 से 36 घंटों के बाद बारिश की तीव्रता में कुछ कमी आएगी। हालांकि हल्की से मध्यम बौछारें उसके पश्चात भी जारी रह सकती हैं। बिहार में फिलहाल मॉनसून सुस्त है। अगले 24 घंटों के बाद बिहार के दक्षिणी हिस्सों से मॉनसून का प्रभाव शुरू होगा और धीरे-धीरे राज्य के अन्य हिस्सों में भी बारिश की गतिविधियां देखने को मिल सकती हैं।
Image credit: DNA India
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