मॉनसून की वापसी या यूं कहें तो ठंड की शुरुआत से ही दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में प्रदूषण ने अपना खतरनाक रूप दिखाने लगा है। जानकारी के लिए बता दूं कि, विश्व स्वास्थ संगठन ने पिछले साल दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों की सूची जारी की थी। जिसके 15 शीर्ष शहरों में 14 भारत के थी।
ताजा आंकड़ों से तुलना करें तो, इन शहरों में प्रदूषण का स्तर ठंड की शुरुआत में ही खतरनाक स्तर पर पहुँच गया है और तो और अक्टूबर के अंत में दीपावली भी आने वाली है। जिससे आशंका है कि नवंबर-दिसंबर में इन शहरों में प्रदूषण और ज्यादा बढ़ जाएगा।
उत्तर भारत के कुछ शहरों में प्रदूषण से हाल बेहाल है। इसको अगर दूसरी भाषा में कहें तो इन शहरों में लोगों का जीना मुश्किल हो गया है। ऊपर टेबल में दिये गए आंकड़ों से आप अंदाज़ा लगा सकते हैं कि राजधानी दिल्ली समेत बाकी के इन शहरों में लोग कैसी हवा ले रहे होंगे।
इस सूची में गाजियाबाद प्रदूषण के लिहाज से सबसे उपर है जबकि कानपुर दूसरे स्थान पर है।
प्रदूषण के कई सारे कारण हैं। कहीं मकान के निर्माण कार्य से शहर प्रदूषित हो रहा है तो कहीं पीतल भट्ठियों ने प्रदूषण के स्तर को रेड जोन में पहुंचा दिया है। जी हाँ, हम बात कर रहे हैं उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद शहर की जहां पीतल भट्ठियों के कारण सुबह और रात की हवा ज्यादा प्रदूषित होती है। मुरादाबाद में बीते कल सुबह 8 बजे AQI 320 दर्ज किया गया। हालांकि, दोपहर में कम ट्रैफिक के कारण प्रदूषण में सुधार देखने को मिली।
दिल्ली के लिए स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों का अनुमान है की , 20 और 21 अक्टूबर के आसपास उत्तर-पश्चिमी दिशा से हवाएँ चलनी शुरू हो जाएगी। जिससे हवाएँ पड़ोसी राज्यों जेसे पंजाब और हरियाणा से जलने वाली पराली धुएँ को भी ला सकती है जिससे, प्रदूषण में वृद्धि की संभावना है।
इसके अलावा बाकी शहरों में भी इस दौरान हवा 'बहुत खराब से गंभीर' श्रेणी तक पहुंच सकती है। अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में प्रदूषण और भी बढ़ सकता है क्योंकि दिवाली भी नजदीक है ऐसे में पटाखे जलने की संभावनाएं और बढ़ जाती है। जिससे धुंध और धुआं राजधानी दिल्ली सहित उत्तर भारत के और भी राज्यों में दिखाई दे सकती है।
अक्टूबर का अंतिम सप्ताह स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकता है जो कि प्रदूषण लोगों को ज्यादा परेशान कर सकता है। ऐसे में लोगों को स्काइमेट की सलाह है कि सचेत रहें और बीमारी से बचने के लिए एहतियात सावधानी जरूर बरतें।
Image Credit: Timesofindia
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